गले में तुलसी की माला.. संगम में लगाई आस्था की डुबकी, 200 से अधिक विदेशी श्रद्धालु बने सनातन, साईं मां से ली दीक्षा!
Date: Feb 07, 2025
By: Nitika Srivastava, Bharatraftar
महाकुंभ में सनातन की दीक्षा
फ्रांस, बेल्जियम, कनाडा, अमेरिका सहित कई देशों के 61 श्रद्धालुओं ने लिया संन्यास दीक्षा।
संगम में पवित्र स्नान
दीक्षा से पहले सभी श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाकर आध्यात्मिक अनुभव प्राप्त किया।
तुलसी माला और वैदिक मंत्रोच्चार
संन्यास की विधि-विधान से पूरी प्रक्रिया के दौरान विदेशी भक्तों ने ऊं नम: शिवाय का जयकारा लगाया।
सनातन से मिली नई दिशा
तनावग्रस्त जीवन से मुक्ति पाने और आध्यात्मिक शांति की खोज में विदेशियों ने सनातन धर्म अपनाया।
विदेशी भक्तों के अनुभव
फ्रांस के सॉफ्टवेयर इंजीनियर ओलिवियर गिउलिरी और अमेरिका की जेनी मिलर ने इसे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण क्षण बताया।
गुरु साईं मां लक्ष्मी देवी का संदेश
सनातन धर्म का मार्ग हर व्यक्ति को आत्मशुद्धि, शांति और सही दिशा प्रदान करता है।
महाकुंभ बना आध्यात्मिक संगम
अब तक 200 से अधिक विदेशियों ने सनातन की दीक्षा लेकर भारतीय संस्कृति को अपनाने का निर्णय लिया।
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