महाकुंभ में चर्चा का विषय बने श्री एम, जानिए कौन हैं ये मुस्लिम आध्यात्मिक गुरु

महाकुंभ में चर्चा का विषय बने श्री एम, जानिए कौन हैं ये मुस्लिम आध्यात्मिक गुरु

Date: Jan 30, 2025

By: Nitika Srivastava, Bharatraftar

केरल से हिमालय तक आध्यात्मिक सफर

केरल के त्रिवेंद्रम में 6 नवंबर 1949 को जन्मे मुमताज अली खान यानी श्री एम का झुकाव बचपन से ही आध्यात्मिकता की ओर था। 19 साल की उम्र में वह घर छोड़कर हिमालय की गुफाओं में चले गए, जहां कई संतों से उन्होंने दीक्षा ली और आध्यात्मिक मार्ग पर आगे बढ़े।

कैसे मिला गुरु महेश्वरनाथ बाबा का साथ?

श्री एम बताते हैं कि 8 साल की उम्र में त्रिवेंद्रम में गुरु महेश्वरनाथ बाबा ने उन्हें खोज निकाला। गुरु ने उनसे कहा कि पिछले जन्म का रिश्ता उन्हें इस जीवन में भी जोड़ रहा है। कुछ सालों बाद बद्रीनाथ की गुफाओं में उनकी दोबारा मुलाकात हुई, जहां तीन साल की दीक्षा के बाद उनका आध्यात्मिक जीवन पूर्ण रूप से शुरू हुआ।

सत्संग फाउंडेशन: धर्म से परे आध्यात्मिक यात्रा

गुरु के मार्गदर्शन में उन्होंने सत्संग फाउंडेशन की स्थापना की। इस फाउंडेशन का उद्देश्य सभी धर्मों की बाहरी परतों से हटकर उनके मूल को समझना है। श्री एम का मानना है कि सिर्फ सिद्धांतों से ज्ञान प्राप्त नहीं होता, असली समझ मूल तक जाने से आती है।

महाकुंभ में श्री एम का विशेष शिविर

महाकुंभ में श्री एम का शिविर चर्चा का विषय बना हुआ है। यहां भारतीय और विदेशी श्रद्धालु बड़ी संख्या में आते हैं। श्री एम सत्संग के माध्यम से अध्यात्म, योग और मानव सेवा का संदेश दे रहे हैं।

पद्म भूषण से सम्मानित आध्यात्मिक गुरु

श्री एम को वर्ष 2020 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। उनकी पहचान योग, ध्यान और जनकल्याण के कार्यों में भी है। वह कई स्कूल, अस्पताल और सेवा केंद्रों का संचालन कर रहे हैं।

आध्यात्मिक गुरु श्री एम का संदेश

श्री एम कहते हैं, "हम सबका अस्तित्व केवल शरीर तक सीमित नहीं है, हमें आत्मा को भी समझना होगा। धर्म से ऊपर उठकर सच्चे ज्ञान की खोज ही असली आध्यात्मिकता है।"

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