माघ गुप्त नवरात्रि साधना और सिद्धि का पावन अवसर,यहां पढे घट स्थापना का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि की पूरी जानकारी
Date: Jan 30, 2025
By: Nitika Srivastava, Bharatraftar
घटस्थापना का शुभ मुहूर्त
सुबह: 9:25 AM से 10:46 AM (1 घंटा 21 मिनट) / अभिजीत मुहूर्त: 12:13 PM से 12:56 PM (43 मिनट)
पूजा विधि
प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें। पूजा स्थल की सफाई कर माता रानी की प्रतिमा स्थापित करें। शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना करें। देसी घी का दीपक जलाकर गुड़हल के फूल, सिंदूर, पंचामृत, नारियल, चुनरी और मिठाई अर्पित करें। आरती और मंत्र जाप के साथ पूजा संपन्न करें।
गुप्त नवरात्रि में कौनसी देवी की पूजा होती है?
इस नवरात्रि में माँ काली, तारा, छिन्नमस्ता, भुवनेश्वरी, त्रिपुरसुंदरी, बगलामुखी, धूमावती, मातंगी, कमला और भैरवी सहित 10 महाविद्याओं की साधना की जाती है।
गुप्त नवरात्रि का आध्यात्मिक महत्व
देवी शक्ति के 32 नामों का जाप करने से परेशानियां दूर होती हैं। दुर्गा सप्तशती, देवी महात्म्य और श्रीमद्-देवी भागवत के पाठ से जीवन में सुख-शांति आती है।
गुप्त नवरात्रि का फल
धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दौरान की गई साधना जन्मकुंडली के दोषों को दूर करती है और धर्म, अर्थ, काम व मोक्ष प्रदान करती है।
गुप्त नवरात्रि के दौरान क्या करें और क्या न करें?
माँ दुर्गा के मंत्रों का जाप करें। सात्विक भोजन करें और ब्रह्मचर्य का पालन करें। तामसिक भोजन (मांस, लहसुन, प्याज, शराब) का सेवन न करें। नकारात्मक विचार और क्रोध से बचें।
कौन कर सकता है गुप्त नवरात्रि की साधना?
गुप्त नवरात्रि विशेष रूप से साधकों, तांत्रिकों और सिद्धि प्राप्ति की साधना करने वालों के लिए महत्वपूर्ण होती है। लेकिन कोई भी श्रद्धालु भक्ति और आस्था के साथ माँ दुर्गा की पूजा कर सकता है।
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