"किरोड़ी मीणा झुकने वाले नहीं" डोटासरा का बड़ा बयान...राजस्थान की राजनीति में फिर हलचल
Dotasara Statement: डोटासरा ने किरोड़ी मीणा के जुझारू स्वभाव की तारीफ करते हुए कहा कि हमने उनके तेवर वसुंधरा राजे के सामने देखे हैं. जब उन्होंने वसुंधरा को नहीं बख्शा, तो भजनलाल शर्मा की क्या बिसात? उनका इशारा साफ था कि किरोड़ी मीणा किसी के दबाव में नहीं आते और बीजेपी में उन्हें कमजोर करने की कोशिश की जा रही है.

Vasundhra Raje vs Kirodi Lal Meena: राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने एक बार फिर सियासी बयानबाजी से हलचल मचा दी है. उन्होंने बीजेपी नेता और मंत्री किरोड़ी लाल मीणा को लेकर बड़ा बयान दिया है. जयपुर में एक प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि किरोड़ी लाल मीणा के साथ भाजपा लगातार अन्याय कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि दौसा में, एसआई भर्ती में और अब डिपार्टमेंट में उनके साथ गलत किया जा रहा है. डोटासरा ने कहा कि अब देखना यह है कि यह बम कब फूटता है.
किरोड़ी झुकेंगे नहीं, टूट सकते हैं लेकिन झुकेंगे नहीं
डोटासरा ने किरोड़ी मीणा के जुझारू स्वभाव की तारीफ करते हुए कहा कि हमने उनके तेवर वसुंधरा राजे के सामने देखे हैं. जब उन्होंने वसुंधरा को नहीं बख्शा, तो भजनलाल शर्मा की क्या बिसात? उनका इशारा साफ था कि किरोड़ी मीणा किसी के दबाव में नहीं आते और बीजेपी में उन्हें कमजोर करने की कोशिश की जा रही है.
बीजेपी में नेताओं का सम्मान नहीं होता
जब डोटासरा से पूछा गया कि क्या किरोड़ी मीणा को कमजोर करने की कोशिश हो रही है, तो उन्होंने कहा कि यह प्रमाणित हो चुका है. अगर यकीन न हो तो उन्हीं से पूछ लीजिए, लेकिन वे मीडिया के सामने नहीं आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि जब से किरोड़ी मीणा ने दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात की है, तब से वे खामोश हैं. डोटासरा का दावा है कि बीजेपी में वरिष्ठ नेताओं का सम्मान नहीं होता, जबकि कांग्रेस सभी दलों के वरिष्ठ नेताओं की इज्जत करती है.
डोटासरा ने उदाहरण देते हुए कहा कि हम वसुंधरा राजे, राजेंद्र राठौड़ और किरोड़ी मीणा का व्यक्तिगत रूप से सम्मान करते हैं. लेकिन बीजेपी में ऐसा नहीं है. वहां तो हाईकमान से पर्ची आती है कि किसका सम्मान करना है और किसका नहीं.
हार-जीत राजनीति में चलती रहती है, लेकिन सम्मान जरूरी
डोटासरा ने आगे कहा कि चुनावी हार-जीत आती-जाती रहती है, लेकिन वरिष्ठ नेताओं को सम्मान मिलना चाहिए. उन्होंने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि "मंत्रालय के टुकड़े-टुकड़े कर दिए जाना तक तो ठीक था, लेकिन सम्मान देना जरूरी है."