महाकुंभ में डुबकी, फिर आशीर्वाद का सिलसिला, 'महारानी की वापसी' की तैयारी ने विरोधियों के चेहरे की रंगत बदल डाली!
महाकुंभ में पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा डुबकी और आशीर्वाद पोस्ट ने विरोधियों के चेहरे की रंगत बदल दी है। बीते महज दो दिन में दिग्गज नेता वसुंधरा राजे द्वारा किए गए पोस्ट उनके कमबैक की कहानी कह रहे हैं।

राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया इन दिनों लगातार चर्चा में हैं। पूर्व मुख्यमंत्री की 'सत्ता' पर उठने वाले सवालों का जवाब अब वसुंधरा राजे अपने एक्शन से दे रही हैं।

महाकुंभ में पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा डुबकी और आशीर्वाद पोस्ट ने विरोधियों के चेहरे की रंगत बदल दी है। बीते महज दो दिन में दिग्गज नेता वसुंधरा राजे द्वारा किए गए पोस्ट उनके कमबैक की कहानी कह रहे हैं।

सबसे पहले राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बृहस्पतिवार को अपने परिवार के साथ त्रिवेणी संगम घाट पर स्नान किया। एक्स पर उन्होंने लिखा-
कुंभे कुंभकरं पुण्यं, तीर्थराजे स्नानम् शुभम्।
सर्वपापविनाशाय, जीवनं सुखदं भवेत्।।
प्रयागराज महाकुंभ में संगम घाट पर स्नान कर पूजा अर्चना की और प्रदेश की सुख समृद्धि की कामना की।त्रिवेणी संगम के घाट पर आस्था और भक्ति का जो महासागर दिखा उससे अभिभूत और भावविभोर हूं। माँ गंगा,माँ यमुना और माँ सरस्वती से सभी के कल्याण की कामना करती हूँ।

महाकुंभ में वसुंधरा राजे जूना अखाड़े के पीठाधीश्वर आचार्य स्वामी अवधेशानंद गिरि जी से मिलीं और आशीर्वाद लिया।

परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानन्द मुनि जी महाराज से वसुंधरा राजे ने आशीर्वाद लिया। इस दौरान वो नीचे बैठी दिखाई दीं।

प्रसिद्ध कथावाचक श्री मुरलीधर जी से भी वसुंधरा राजे ने आशीर्वाद लिया।

जगद्गुरु स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद और मार्गदर्शन लेने वसुंधरा राजे परिवार संग पहुंची।

वसुंधरा राजे ने महाकुंभ में जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज से भेंट कर परिवार संग आशीर्वाद लिया।