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सियासत में रिश्तों की बिसात ! राजा भैया की खासमखास क्यों हैं वसुंधरा राजे? पढ़ें एक क्लिक में

वसुंधरा राजे और राजा भैया का राजनीतिक कनेक्शन बेहद दिलचस्प है। जानिए कैसे वसुंधरा राजे का परिवार मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की राजनीति से जुड़ा है। 

सियासत में रिश्तों की बिसात ! राजा भैया की खासमखास क्यों हैं वसुंधरा राजे? पढ़ें एक क्लिक में

जयपुर। जब बात राजघरानों की आती है तो वसुंधरा राजे का नाम जरूर लिया जाता है। वह राजस्थान में सक्रिय हैं, तो उनका परिवार मध्य प्रदेश की सियासत में। अभी भी कई राजघराने हैं दो राजनीति में बड़ा ओहदा रखते हैं। इतना ही नहीं, कई तो आपस में रिश्तेदार भी हैं। राजस्थान की महारानी का सीधा कनेक्शन उत्तर प्रदेश से है। राजे की बहू यूपी से ताल्लुक रखती हैं। खास बात ये है, वह भी पॉलिटिकल परिवार से आती हैं, उनके भाई कुंडा के विधायक है। दरअसल, यहां बात हो रही है, राजा भैया की। 

आपस में रिश्तेदार हैं राजा भैया-वसुंधरा राज

यूपी के प्रतापगढ़ जिले में पड़ने वाली कुंडा सीट पर राजा भैया का दशकों से प्रभाव है। वह यहां के बाहुबली भी कहलाते हैं। राजा भैया की बहन निहारिका सिंह की शादी वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह से 2000 में हुई थी। ये शादी काफी भव्य और शाही थी। मौजूदा वक्त में दुष्यंत राजस्थान की राजनीति में सक्रिय हैं। वह झालावाड़ और बांरा से सांसद हैं। 

प्रतापगढ़ में चलता राजा भैया का सिक्का 

जब बात उत्तर प्रदेश की होती है तो राजा भैया का नाम जरूर लिया जाता है। वह 1993 में पहली बार कुंडा सीट से विधायक बने थे। रिकॉर्ड है, अभी तक कोई भी चुनाव हारे हों। राजा भैया लगातार छठवीं बार विधायक बने हैं। निहारिका राजा भैया के बेहद करीबी हैं लेकिन सच्चाई ये भी वह राजा भैया की सगी बहन नहीं है। निहारिका कुंडा विधायक के मामा रणजीत सिंह जूदेव की बेटी हैं। राजा भैया के मामा समथर रियासत से ताल्लुक रखते हैं। 

बेटे पर जान लुटाती वसुंधरा राजे

वसुंधरा राजे की शादी एक साल से ज्यादा नहीं चली थी। उन्होंने 1973 में हेमंत सिंह से तलाक लेने का फैसला किया था। इस दौरान वह गर्भवती थीं। बेटे को उसका हक दिलवाने के लिए वसुंधरा राजे ने बड़ी लड़ाई लड़ी । करीब 29 सालों बाद 2007 में अदालत ने अपना फैसला सुनाया था और हेमंत सिंह की कई संपत्ति बेटे दुष्यंत के नाम कर दी गईं।