Rajasthan: जब 'महारानी' बनीं बहन, 25 सालों से निभा रहीं ये अनोखा रिश्ता !
वसुंधरा राजे और उनके मुंहबोले भाई! जानिए महारानी के राम-श्याम से 25 साल पुराने रिश्ते के बारे में, रक्षाबंधन पर राखी बांधने की परंपरा, और राजनीतिक जीवन में भाइयों का महत्व।

राजस्थानी की महारानी वसुंधरा राजे अक्सर तल्क बयानों और तेज तर्रार छवि के लिए जानी जाती है। बीते सालों में बीजेपी आलाकमान से जिस तरह उनकी ठनी सभी ने देखा। वह भले राजपरिवार से आती हों लेकिन जीवन बिल्कुल सादा पसंद करती हैं। वह जनता को अपना मानती हैं, यही वजह रही, 2003 के झालरपाटन सीट से वह कभी चुनाव नहीं हारी।

परिवार हो या फिर राजनीति दोनों को बैलेंस करना महारानी बखूबी जानती है। उनके सगे भाई माधवराव सिंधिया के बारे में तो हर कोई जानता है लेकिन क्या राजे के मुंहबोले भाई राम और श्याम के बारे में जानते हैं ? जिन्हें महारानी मुंहबोला भाई मानती हैं,इनता ही नहीं हर रक्षाबंधन पर राखी भी बानती है। वह हमेशा प्रदेश की राजनीति में मुंहबोले भाइयों के कारण चर्चा में रहीं।

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, वसुंधरा राजे अपनी विधानसभा सीट झालरापाटन के रहने वाले नाथू सिंह और बापू सिंह को अपना मुंह बोला भाई मानती हैं और उन्होंने राम-श्याम कहकर बुलाती हैं। जब भी वह चुनावी मैदान में उतरती हैं तो महारानी वही साड़ी पहनती हैं, जो उनके मुंह बोले भाई तोहफे में देते हैं। ये रिश्ता 25 साल से कायम हैं। राजे भाइयों पर जान लुटाते हैं।

खास बात ये है, अपने राम-श्याम पर वसुंधरा राजे जान छिड़कती हैं। रक्षाबंधन के दिन महारानी कितनी भी व्यस्त क्यों न हो वह भाइयों को राखी बांधने जरूर जाती हैं। 2024 में उनके मुंहबोले भाई श्याम का निधन हो गया। उन्होंने 90 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली थी। भाई के निधन से महारानी बहुत दुखी हुईं थी, उन्होंने ट्वीट कर दुख भी जताया था।