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Rajasthan: वसुंधरा राजे vs हनुमान बेनीवाल: क्यों बनी हुई है सियासी तकरार? जानें

वसुंधरा राजे का जन्मदिन: राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का जन्मदिन आज, जानें उनकी राजनीतिक यात्रा और सियासी अदावतों के बारे में।

Rajasthan: वसुंधरा राजे vs हनुमान बेनीवाल: क्यों बनी हुई है सियासी तकरार? जानें

जयपुर। राजस्थान की पूर्व सीएम और धौलपुर की बहूरानी वसुंधरा राजे 8 मार्च को जन्मदिन मना रही हैं। 72 साल की उम्र में महारानी के तेवर अच्छे नेताओं को परास्त कर देते हैं। पार्टी से दूर रहते हुए भी वह बीजेपी राजस्थान का बड़ा चेहरा हैं। जिन्हें नजरअंदाज करना इतना आसान नहीं है। यही वजह है, महारानी का हर दांव सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन जाता है। वसुंधरा राजे जितना अपने सियासी पारी को लेकर चर्चा में रहती हैं तो उतना ही सियासी अदावतों को लेकर भी। प्रदेश में किरोड़ी लाल समेत ऐसे कई नेता हुए जिनसे राजे की नहीं पटी। इन्ही में से एक हनुमान बेनीवाल भी हैं । जो आज भी एक-दूसरे पर सियासी हमला बोलने से नहीं चूकते हैं। 

जब बेनीवाल से हुई वसुंधरा राजे की अदावत 

वसुंधरा राजे और हनुमान बेनीवाल राजपूत समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। दोनों का प्रदेश में अपना जनाधार है। बेनीवाल ने हमेशा राजपूत समाज का रूख अपनी ओर करने की कोशिश की है। जबकि वुसंधरा राजे राजपूत समाज की बड़ी नेता है। यही वजह है दोनों में अक्सर राजपूत वोट बैंक को लेकर टकराव की स्थिति बनी रहती है। बेनीवाल ने सियासी पारी की शुरुआत बीजेपी के साथ की थी हालांकि ये साथ ज्यादा दिन नहीं चला और बेनीवाल ने अपनी खुद की पार्टी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी बना ली। 

जब बेनीवाल ने राजे को बताया जिम्मेदार 
 
हनुमान बेनीवाल और वसुंधरा राजे की अदावत खुलकर सामने आ गई। जब 2018 के चुनाव दौरान बेनीवाल ने जनसभा को संबोधित करते हुए महारानी को सीएम पद के लिए आयोग्य करार दिया और कहा वसुंधरा राजे के नेतृत्व में बीजेपी कमजोर हुई है। बेनीवाल का तर्क था, राजपूत समुदाय से होने के बाद भी वसुंधरा राजे ने सरकार में रहते हुए राजपूतों के लिए कुछ नहीं किया। 

बेनीवाल पर हमलावर रहीं वसुंधरा राजे

बेनीवाल के बयानों पर वसुंधरा राजे ने भी खूब पलटवार किया। वह जब भी नागौर पहुंची उन्होंने एक भी मौका नहीं छोड़ा। ये विवाद राजनीतिक से लेकर परिवार तक पहुंचा। जो आज भी जारी है। समय-समय पर दोनों नेता एक-दूसरे पर हमलावर रहते हैं।