Rajasthan News "मेरी नहीं बल्कि कुर्सी की ताकत है, असली खेल पॉवर का", राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने क्यों कही ये बात?
राज्यवर्धन सिंह राठौर ने एक पॉडकॉस्ट में राजनीति की असलियत पर बड़ी बात बोली। साथ ही उन्होंने सांसद से विधायक बनने और पीएम मोदी से जुड़े किस्सों पर खुलकर बात की। पढ़ें पूरी खबर।

राजस्थान की राजनीति में ऐसे कई नेता है। जो अपनी अलग पहचान रखते हैं। वसुंधरा राजे, अशोक गहलोत और सचिन पायलट के अलावा सबसे ज्यादा चर्चा राजेंद्र सिंह राठौर होती है। वह केवल एक राजनेता नहीं है। उन्होंने ओलंपिक में भारत का मान बढ़ाया है। 16 साल की उम्र में सेना में भर्ती होकर कई सालों तक देश की सेवा की है। हालांकि 2013 में राठौर ने वीआरएस लेकर राजनीतिक पारी की शुरुआत की। दरअसल, ये सब आपको इसलिए बता रहे हैं क्योंकि राठौर एक चैनल को इंटरव्यू देने पहुंचे। जहां उन्होंने राजनीति की असलियत और सांसद से विधायक बनने का जवाब दिया।
'कार्यकर्ताओं को तवज्जों नहीं देते नेता'
इंटरव्यू में राज्यवर्धन सिंह राठौर ने कहा, मेरे ऊपर सबसे पहले पीएम मोदी ने जो कृपा की थी वह कि 2019 में मुझे मंत्री नहीं बनाया। इसके बाद मैंने महसूस किया। जो लोग कभी मेरे-इर्द गिर्द रहते थे। मुझे लगता था, वह मुझसे प्यार करते हैं लेकिन मंत्री नहीं बनने पर सब गायब हो गए। कहा कि मैं खुद से असलियत पूछता था, जब जाकर अहसास हुआ। ये मेरी नहीं बल्कि कुर्सी की ताकत है। हालांकि इस दौरान उन्होंने कहा पद चाहे कितना बड़ा क्यों न हो जाए। असली ताकत जनता के बीच रहकर मिलती है। असली नेता कभी कुर्सी का मोह नहीं करता। उसके लिए जनता से बड़ा कुछ नहीं है।
सांसद से विधायक बनने पर दिया बयान
राज्यवर्धन सिंह राठौर से जब पूछा गया कि आप सांसद से विधायक बने है। जिसे लोगों ने डिमोशन करार दिया। इस कहा कि, मुझे पीएम मोदी ने विधानसभा चुनाव लड़ने की सलाह दी थी। वह मानते हैं कि ये फैसला मेरे लिया गया था। मुझे बस कहा गया था, राजस्थान को आपकी जरूरत है। आप जाइए और विधायक की लड़ाई लड़िए। मेरे लिये जनता की सेवा जरूरी है, मैं कहां से हूं। ये बिल्कुल मायने नहीं रखता है।