Rajasthan: मंत्रिमंडल विस्तार में चलेगा महारानी का 'सिक्का', इन नेताओं के नाम टॉप पर ! आखिर क्या हैं मायने, जानें
राजस्थान की राजनीति में हलचल, वसुंधरा राजे की बीजेपी मुख्यालय में वापसी, कैबिनेट विस्तार की अटकलें तेज। भजनलाल शर्मा सरकार में नए मंत्रियों को मिल सकता है मौका, कुछ पुराने नेताओं की हो सकती है विदाई। जानिए पूरी खबर !

राजस्थान में गणतंत्र दिवस के मौके पर आगामी राजनीति की तस्वीर भी लगभग साफ हो गई है। बीजेपी कार्यक्रमों से दूरी बनाने वाली वसुंधरा राजे बीते दिन बीजेपी मुख्यालय पहुंचीं। उनके साथ बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौर समेत कई नेता मौजूद रहें। महारानी के इस दांव ने कैबिनेट विस्तार की चर्चा को आर भी ज्यादा हवा दे दी है। सूत्रों की मानें तो जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार किया जा सकता है। जहां कुछ नये चेहरों को जगह दी जाएगी तो कुछ पुरानी नेताओं को विदाई दी जा सकती है।
वसुंधरा राजे पर टिकी निगाहें !
गौरतलब है, 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद राजे और केंद्रीय नेतृत्व के बीच खटपट की खबरें भी सामने रही थीं। 2023 के विधानसभा चुनावों में ये सही साबित हुई। जब आलाकमान ने राजे को चुनाव में कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं सौंपी। वहीं, राजे भी पहले की तरह चुनाव में एक्टिव नहीं दिखाई दी। लोकसभा चुनाव से ऐसी तस्वीरें सामने आईं थीं। हालांकि ये सियासी समीकरण दिसंबर में बदलता नजर आया। जब राजे कई बार दिल्ली पहुंची। इसके बाद कार्यक्रम में शामिल होने आए पीएम मोदी के साथ भी वसुंधरा राजे ने मुलाकात की थी। बाद में वह संगठन की बैठक में दिखाई दीं। बीते दिनों कुछ दिन पहले सीएम भजनलाल शर्मा ने भी महारानी से मुलाकात की थी। इसके बाद सियासी पंडित कयास लगा रहे हैं मंत्रिमंडल में वसुंधरा खेमे को नेताओं को जगह मिल सकती हैं।
चर्चा में वसुंधरा खेमे के इन नेताओं का नाम !
मंत्रिमंडल विस्तार पर आलाकमान क्या फैसला लेते हैं ते ये तो आने वाले दिनों में पता लगा जाएगा हालांकि इन दिनों सियासी गलियारों में वसुंधा राजे के कुछ मंत्रियों का जोरों-शोरों से लिया जा रहा है। जिन्हें भजनलाल कैबिनेट में जगह मिल सकती है। सूत्रों की मानें तो अगर वसुंधरा की सुनी जाती है तो इस बार मंत्रिमंडल तो बहादुर कोली को मंत्री बनाया जा सकता है। कोली सीएम के गृह जिले भरतपुर की वैर विधानसभा सीट से विधायक हैं और वह महारानी के बेहद करीबी माने जाते हैं। विधानसभा चुनावों के दौरान भी जब बीजेपी ने जीत हासिल की थी, उन्होंने वसुंधरा को मुख्यमंत्री बनाने पर बयान दिया था। ऐसे में हर किसी नजरें अब मंत्रिमंडल विस्तार पर टिकी हैं।