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भजनलाल सरकार को प्रहलाद गुंजल की चेतावनी, बोले- "नरेश मीणा पर कार्रवाई वापस लो,वरना ..."

राजस्थान में प्रहलाद गुंजल ने नरेश मीणा के समर्थन में बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला। किरोड़ीलाल मीणा की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए गुंजल ने सरकार को चेतावनी दी और आंदोलन की धमकी दी। जानें पूरा मामला।

भजनलाल सरकार को प्रहलाद गुंजल की चेतावनी, बोले- "नरेश मीणा पर कार्रवाई वापस लो,वरना ..."

राजस्थान में इन दिनों कांग्रेस नेता प्रहलाद गुंजल की चर्चा जोरों-शोरों से हो रही हैं। बीजेपी को आडे़ हाथ लेने वाले गुंजल इन दिनों नरेश मीणा के समर्थन में दिखाई दे रहे हैं। इतना ही नहीं बीते दिन जयपुर में आयोजित नरेश मीणा की रिहाई के लिए आयोजित बैठक के सिलसिले में जयपुर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने भजनलाल सरकार को सात दिनों का अल्टीमेटम दिया। साथ ही कहा, यदि नरेश मीणा मामले पर सरकार कोई कदम नहीं उठाती है तो आंदोलन के लिए तैयार रहें। उन्होंने प्रेसवार्ता कर भजनलाल सरकार की कार्यशैली और किरोड़ीलाल मीणा पर भी बड़ा बयान दिया। 

किरोड़ीलाल मीणा पर क्या बोले गुंजल?

गौरतलब है, समरावता गांव में यदि कोई नेता सबसे पहले पहुंचा था तो वह किरोड़ीलाल मीणा थे। उन्होंने जनता के दुख-दर्द समझते हुए प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किये थे। हालांकि अब वह इस मसले पर शांत दिखाई दे रहे हैं। इस पर गुंजल ने कहा, किरोड़ीलाल मीणा बीजेपी के लोकप्रिया नेता है। वह मंत्रिमंडल में अपनी बात रखने का दम रखते हैं। इसलिए समरावता गांव के लिए उन्हें आगे चाहिए। इस दौरान उन्होंने कहा, किरोड़ीलाला मीणा ने जनता को ठोकर मार दी है मैं उनकी कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह नहीं लगा रहा हूं पर जानना चाहता हूं, कांग्रेस के कार्यकाल में सड़कों पर न्याय के लिए संघर्ष करने वाले नेता ने आखिर अपनी सरकार के खिलाफ चुप्पी क्यों साध रखी है। उनकी अपनी सरकार है। वह चाहे तो बात कर सकते हैं। किरोड़ीलाल मीणा ने समरावता गांव के लोगों को भरोसा दिलाया था लेकिन अब वही इसे नजरअंदाज कर रहे हैं। 

"हम नरेश मीणा के साथ खड़े हैं"

प्रहलाद गुंजल यहीं नहीं रूके। उन्होंने सख्ते लहजे में सरकार को चेतावनी देते हुए कहा,शासन के पास 24 जनवरी तक का वक्त है। वह क्या फैसला लेते हैं ये उनपर निर्भर करता है इसके बाद विधानसभा सत्र के लिए रणनीति हम तय करेंगे। हम प्रेस वार्ता नहीं बल्कि विधानसभा का घेराव करने के लिए आगे बढ़ेंगे। इस दौरान उन्होंने कहा, हम नरेश मीणा के साथ हैं और रहेंगे। नरेश मीणा ने क्या किसी क खून किया है, क्या वह चोर है। एक थप्पकांड के कारण उसे फांसी पर चढ़ा दोगे। कहा, जिस तरह नरेश पर कार्रवाई की जा रही है, उससे लगता है उसकी भावनाएं खत्म करने के लिए ऐसा किया जा रहा है। बीजेपी सरकार शुरू से दलित-आदिवासी विरोधी रही है। यदि ऐसी परिस्थितियां रही तो आने वाले सालों में राजस्थान में अराजकता चरम पर होगी और ये सरकार केवल मूकदर्शक बनी रहेगी।