Rajasthan: बाबा किरोड़ी को मिला पायलट का साथ ! बोले- इस सरकार ने सब मजाक...
राजस्थान की राजनीति में किरोड़ी लाल मीणा के फोन टैपिंग के आरोपों से मचा बवाल, सचिन पायलट ने सरकार पर उठाए सवाल। आरपीएससी पर भी हाईकोर्ट की टिप्पणी, क्या है पूरा मामला? जानिए विस्तार से।

जयपुर। राजस्थान की सियासत में इन दिनों किरोड़ी लाल मीणा छाए हुए हैं। अपनी ही सरकार पर फोन टैपिंग का आरोप लगाकर वह घिरे हुए नजर आ रहे हैं। एक तरफ खुद की पार्टी ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। तो दूसरी तरफ विपक्ष भी जमकर इस मुद्दे को भुना रहा है। हाल में सचिन पायलट का भी इस बारे में बयान सामने आया है। बता दें, ये पहली बार नहीं है जब पायलट ने बाबा पर बयान दिया है। इससे पहले विधानसभा सत्र की शुरुआत में वह साफ कह चुके हैं किरोड़ी लाल मीणा को बीजेपी सम्मान नहीं दे रही है।
किरोड़ीलाल मीणा फोन टैपिंग मामले पर सचिन पायलट का बयान
— Lalit Yadav (@lalityadav901) February 12, 2025
"सरकार के एक मंत्री है, जिन्होंने आरोप लगाया.. एक public platform से आरोप लगाया कि उनका phone tap हो रहा है. जब शपथ लिया हुआ सरकार का एक मंत्री पब्लिक प्लेटफॉर्म से बोल रहे हों और सरकार जवाब नहीं दे रही है..वो खुद कह रहे हैं… pic.twitter.com/N4fElSUqAF
बाबा किरोड़ी पर सचिन पायलट का बयान
मीडिया से बातचीत करते हुए सचिन पायलट ने कहा, सरकार के एक मंत्री है। जिन्होंने पब्लिक प्लटेफॉर्म पर अपनी ही सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है। मंत्री सरकार का नामुंइदा होता है। अगर उनका फोन टैप हो रहा है, जासूसी की जा रही है तो इस पर सरकार को जवाब देना होगा। सरकार सदन में इस विषय पर जवाब दें। उन्होंने ये भी कहा, हाल में मंत्री को नोटिस भी भेजा गया है, मैं इस मुद्दे पर नहीं जाऊंगा ये उनका अंदरूनी मामला है लेकिन जिस तरह से पब्लिक प्लेटफॉर्म से सरकार पर सवाल उठाए गए हैं उस पर जवाब देना ही होगा। इस दौरान वह सरकार पर निशाना साधते दिखे और कहा, मंत्री ने बीते साल इस्तीफा दे दिया था लेकिन एक साल हो गया लेकिन अभी तक कार्रवाई नहीं की गई। कुल मिलाकर इन लोगों ने हर चीज को मजाक बना रखा है। कांग्रेस मांग करती है इस विषय की जांच होनी चाहिए और सच्चाई जनता के सामने लानी चाहिए।
RPSC पर भी बोले पायलट
सचिन पायलट ने यहीं नहीं रुके उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए आरपीएससी पर हाईकोर्ट की टिप्पणी का जिक्र करते हुए कहा- ये ऐसी संस्था है जहां से प्रदेश के नौजवानों का भविष्य तय होता है। हालांकि समय से मैं और कई नेता कहते आ रहे हैं इस संस्था की पारदर्शिता खत्म हो गई है। अब तो अदालत ने भी कह दिया आरपीएससी गूंगी बनी बैठी है, ऐसे में सरकार के पास कोई कारण नहीं बचा नहीं है। अगर इसके बाद भी सरकार कोई मूलचूक परिवर्तन नहीं करती है तो ये प्रदेश के साथ युवाओं का दुर्भाग्य है जो ऐसी सरकार मिली।