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Rajasthan: भजनलाल-'महारानी' की मुलाकात, गुटबाजी की खबरों पर विराम या नई राजनीतिक चाल? जानें यहां

राजस्थान की राजनीति में हलचल, भजनलाल शर्मा और वसुंधरा राजे की मुलाकात से बढ़ी अटकलें। बजट सत्र से पहले कैबिनेट विस्तार की चर्चा तेज, क्या वसुंधरा खेमे को मिलेगा मंत्रिमंडल में स्थान? गुटबाजी की खबरों पर क्या लगेगा विराम?

Rajasthan: भजनलाल-'महारानी' की मुलाकात, गुटबाजी की खबरों पर विराम या नई राजनीतिक चाल? जानें यहां

राजस्थान की सियासी सरजमीं में अटकलों का दौर तेज हो गया है। क्या कुछ बड़ा होने वाला है, या भजनलाल मंत्रिमंडल में वसुंधरा राजे राज करेंगी। इस तरह की कई अफवाहों से चर्चाओं का बाजार गरम है। बता दें, बीती रात सीएम भजनलाल शर्मा वसुंधरा राजे के आवास पहुंचे। बंद कमरे में दोनों की मुलाकात लगभग आधे घंटे तक चली। 31 जनवरी से बजट सत्र की शुरुआत हो रही है, इसी बीचे कैबिनेट विस्तार की चर्चाएं भी हैं। ऐसे में दोनों नेताओं की मुलाकात ने सियासी तपिश बढ़ा दी है।

भजनलाल-राजे की मुलाकात के मायने ?

भजनलाल शर्मा और राजे की मुलाकात बजट सत्र से जोड़ देखी जा रही है। इसके बाद सीएम गणतंत्र दिवस और बजट सत्र के कार्यक्रमों में व्यस्त हो जाएंगे। गौरतलब है, दो बार के कार्यकाल के दौरान बजट वसुंधरा राजे पढ़ती थीं। हालांकि इस बार बजट दीया कुमारी पढ़ेंगी। बजट तैयारियों के लिए पूर्व मत्रियों के सुझाव लिये जा रहे हैं। जिसका एक हिस्सा महारानी भी हो सकती हैं। दूसरी ओर कयास हैं, भजनलाल शर्मा का ये कदम दोनों के रिश्तों को नया आयाम देने की अजमाइश भी हो सकती है। इससे इतर इसे मंत्रिमंडल से भी जोड़कर देखा जा रहा है। बीते एक साल से महारानी शीर्ष नेताओं और भजनलाल सरकार से असंतुष्ट हैं। लोकसभा-विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने राजे को नजरअंदाज किया। यहां तक स्टार प्रचार सूची में शामिल होने के बावजूद भी उन्होंने अपनी विधानसभा छोड़कर किसी भी नेता के लिए प्रचार नहीं किया। 

आलाकमान देंगे मंत्रिमंडल में जगह !

भजनलाल सरकार में मत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं जोरों पर हैं। बीते महीने महारानी का दिल्ली दौरा, फिर पार्टी बैठक में शामिल होना और अब सीएम से मुलाकात कहीं न कहीं संकेत देता है। दिल्ली बैठे नेताओं से राजे की तल्खी कम हुई है। ऐसे में अटकलें लगाईं जा रही हैं केंद्रीय नेतृत्व वसुंधरा खेमे के नेताओं को कैबिनेट में जगह दे सकता है। 

गुटबाजी की खबरों पर विराम !

जब से भजनलाल शर्मा सत्ता में आये हैं। गुटबाजी की खबरों ने अक्सर जोड़ पकड़ा है। यहां तक कई बार ये भी कहा गया है, पार्टी के वरिष्ठ नेता नई सरकार से खुश नहीं है। इस तरह की बातों पर आलाकमान ने नाराजगी जताई है। ऐसे में विधानसभा सत्र से राजे से मुलाकात कर भजनलाल शर्मा ने अंदरूनी गुटबाजी पर विराम लगाते हुए विपक्ष को बड़ा संदेश दिया है।