“हर महीने आता है फंड, फिर क्यों गंदगी?” – बाड़मेर में गूंजी मंत्री की फटकार
Madan Dilawar Latest News: बाड़मेर दौरे पर पहुंचे शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने पंचायतों की गंदगी पर गुस्सा जताते हुए अधिकारियों को फटकार लगाई। स्कूल में धार्मिक गतिविधियों पर रोक और फंड दुरुपयोग की जांच की चेतावनी भी दी।

राजस्थान के शिक्षा और पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर शनिवार को बाड़मेर के दौरे पर पहुंचे, लेकिन यह दौरा केवल उद्घाटन तक सीमित नहीं रहा। उनकी आंखों में गांवों की अनदेखी और खस्ताहाल सफाई व्यवस्था को देखकर गुस्सा साफ झलक गया। मंत्री ने अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को न केवल फटकार लगाई बल्कि सख्त चेतावनी भी दी—"अब लापरवाही नहीं चलेगी, जरूरत पड़ी तो बर्खास्ती भी होगी।"
दौरे की शुरुआत उंडखा ग्राम पंचायत से हुई, जहां सफाई व्यवस्था की स्थिति बेहद चिंताजनक थी। सड़क किनारे फैली गंदगी, बदबू और अव्यवस्था देखकर मंत्री का पारा चढ़ गया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि केंद्र सरकार हर माह सफाई के लिए फंड भेजती है, लेकिन ज़मीनी स्तर पर इसका उपयोग नजर नहीं आता। "फंड की बर्बादी नहीं सहन की जाएगी," उन्होंने अफसरों को चेताते हुए कहा।
इसके बाद ग्राम पंचायत बाड़मेर गादान के नवनिर्मित पंचायत भवन का उद्घाटन करते हुए दिलावर ने एक और संदेश साफ कर दिया—“बीते 5 वर्षों में फंड कहां और कैसे खर्च हुआ, इसकी जांच होगी। अगर गड़बड़ी मिली तो वसूली भी की जाएगी। जनता का स्वास्थ्य सबसे ऊपर है, और इसके लिए साफ-सफाई अनिवार्य है।”
शिक्षा मंत्री होने के नाते उन्होंने स्कूलों की व्यवस्था पर भी नजर डाली। उन्होंने कहा कि अब स्कूल ड्रेस में तय मानकों का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। “स्कूल का समय सिर्फ पढ़ाई के लिए है, कोई भी धार्मिक गतिविधि—चाहे नमाज हो या पूजा—स्कूल के अंदर नहीं होगी। ये काम घर पर करें।”
पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के विकास मॉडल की सराहना करते हुए कहा कि जल्द ही शिक्षा और पंचायत व्यवस्था में बड़े बदलाव देखे जाएंगे। वहीं, राणा सांगा पर की जा रही विवादास्पद टिप्पणियों पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि यह मानसिक गुलामी का प्रतीक है।