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ED की कार्रवाई से सियासी भूचाल, गोविंद सिंह डोटासरा ने दागे सवाल, कह दी बड़ी बात

राजस्थान जल जीवन मिशन घोटाले में कांग्रेस नेता महेश जोशी की ईडी ने गिरफ्तारी की। फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र से करोड़ों के टेंडर हासिल करने का आरोप। डोटासरा बोले- बीजेपी लोकतंत्र दबा रही है।

ED की कार्रवाई से सियासी भूचाल, गोविंद सिंह डोटासरा ने दागे सवाल, कह दी बड़ी बात

जयपुर। राजस्थान में कांग्रेस-बीजेपी आमने-सामने आ गए हैं। बीती रात प्रवर्तन निदेशालय ने कड़ी कार्रवाई करते हुए गहलोत सरकार में पीएसईडी मंत्री रहे महेश जोशी को अरेस्ट किया था। जिसके बाद से एक के बाद एक कांग्रेस नेता बीजेपी पर हमलावर हैं। वहीं, मीडिया से बातचीत करते हुए जोशी ने कहा था, उन्हें फंसाने की कोशिश की जा रही है। मैं इससे डरने वाला नहीं हूं। पत्नी बीमार है। वो अस्पताल में है। मैंने आजतक जनता का कोई पैसा नहीं लिया है। ईडी को जो जांच करनी है कर ले। हम पूरा सहयोग करेंगे। वहीं, आज जोशी के वकील ने कहा, हम जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं। 

गोविंद सिंह डोटासरा ने लगाई क्लास

गोविंद सिंह डोटासरा ने ईडी की कार्रवाई पर सख्त रूख अपनाया है। उन्होंने एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा- विपक्ष की आवाज दबाने के लिए सरकार खोखली बन चुकी है। ये राष्ट्रीय एजेंसियों का गलत इस्तेमाल करते हैं। डराने-धमकाने की फितरत केवल बीजेपी की है। महेश जोशी की पत्नी अस्पताल में जिंदगी-मौत की जंग लड़ रही हैं। ऐसे में उन्हें कमजोर करने के लिए ये कार्रवाई की है। ये बीजेपी का घटियापन है। जनता सब देख रही है। जब भी इनसे देश की सुरक्षा, महंगाई, बेरोजगारी पर सवाल किया जाता है तो ईडी लगा देते हैं। जनता की अदालत में सबका इंसाफ होगा। 

किस मामले में फंसे जोशी?

बता दें, महेंद्र जोशी को जल जीवन मिशन योजाना में घोटाला करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पूरा मामला केंद्र सरकार की हर घर नल योजना से जुड़ा है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 2021 में फर्जी एक्सपीरिंयस प्रमाण पत्र की मदद से श्याम ट्यूबबेल और गणपति ट्यूबवेल कंपनी के ठेकेदारों ने टेंडर हासिल की किया था। बताया जाता है, गणपति कंपनी ने टोटल 68 टेंडर में हिस्सा लिया था। जहां 31 टेंडर की सबसे कम बोली लगाकर 859.2 करोड़ रुपये के काम हासिल किए। जबकि श्याम ट्यूबवेल कंपनी ने 169 टेंडर में भाग लिया और 73 टेंडर जीतकर 120.25 करोड़ रुपये के टेंडर ले लिए।इन दोनों कंपनियों ने फर्जीवाड़े से सरकार की बड़ी योजना का फायदा उठाया और जनता की जरूरतों के साथ धोखा किया।