Rajasthan: भजनलाल शर्मा डालेंगे वसुंधरा राजे की राह में रोड़े? मंत्रिमंडल विस्तार में बढ़ सकती हैं मुश्किलें !
राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सरगर्मी तेज है। वसुंधरा राजे अपने समर्थकों को मंत्री पद दिलाने की कोशिश में हैं, लेकिन सीएम भजनलाल शर्मा उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं। जानें पूरी खबर।

राजस्थान में इन दिनों मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं जोरों पर हैं। भजनलाल शर्मा की कैबिनेट में किसे शामिल किया जाएगा, सबसे बड़ा सवाल यही है। मुख्यमंत्री से लेकर अन्य बडे़ नेता दिल्ली पहुंचे रहे हैं। हालांकि सबसे ज्यादा सुर्खियां वसुंधरा राजे बंटोर रही हैं। पहले वह दिल्ली पहुंचीं तो बाद में सीएम भजनलाल शर्मा के बगल में बैठने के कारण सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गरम हो गया। कहा तो ये भी जा रहा है, विधानसभा चुनाव के दौरान नाराज रहने वाली महारानी कैबिनेट विस्तार में बड़ी भूमिका निभाएंगी। इतना ही नहीं उनके करीबियों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। हालांकि इस पर अब खतरे के बादल मंडराते दिख रहे हैं, क्या सीएम भजनलाल शर्मा एक बार फिर महारानी को साइडलाइन करेंगे ये सवाल भी खड़े हो रहे हैं।
सीएम भजनलाल करेंगे महारानी की राह मुश्किल !
बता दें, इस वक्त भजनलाल सरकार में 26 मंत्री हैं। इनकी संख्या तीस तक जा सकती है। ऐसे में छह पद खाली हैं, जिसे पाने के लिए बीजेपी के कई नेता दिल्ली के चक्कर लगा रहे हैं। इसी बीच खबरें आ रही हैं, कई नेता भरतपुर से मंत्री बनाने की मांग कर रहे हैं, यहां से खुद भजनलाल शर्मा आते हैं। भरतपुर में कुल सात विधानसभा सीटें हैं। इस सीट पर सीएम के साथ एक और मंत्री देने की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है। अगर ऐसा होता है तो वसुंधरा राजे के लिए ये अच्छी खबर नहीं होगी।
वसुंधरा खेमे के इन नेताओं को मिल सकती है जगह !
मंत्रिमंडल विस्तार पर आलाकमान क्या फैसला लेते हैं ते ये तो आने वाले दिनों में पता लगा जाएगा लेकिन जिस तरह से खुद वसुंधरा राजे दिल्ली गईं। पीएम मोदी से मुलाकात की। उसके बाद चर्चाएं है, वह अपने खेमे से जुड़े लोगों को कैबिनेट में शामिल कराने की पुरजोर कोशिश कर रही हैं। अगर आलाकमान उनकी सुनते हैं तो बहादुर कोली को मंत्री बनाया जा सकता है। कोली सीएम के गृह जिले भरतपुर की वैर विधानसभा सीट से विधायक हैं और वह महारानी के बेहद करीबी माने जाते हैं। विधानसभा चुनावों के दौरान भी जब बीजेपी ने जीत हासिल की थी, उन्होंने वसुंधरा को मुख्यमंत्री बनाने पर बयान दिया था।
स्टार प्रचारक लिस्ट से दूर वसुंधरा
वुसंधरा राजे भले मंत्रिमंडल विस्तार में अपनी मौजदूगी चाहती हों इसके लिए वह लाख जतन भी कर रही हैं लेकिन लगता नहीं है उनकी ये राह आसान होने वाली है। ऐसा इसलिए भी कहा जा रहा है, क्योंकि बीते दिनों दिल्ली बीजेपी स्टार प्रचारक सूची से राजे को पूरी से साइडलाइन कर दिया गया। ऐसे में अब मंत्रिमंडल विस्तार उनके वजूद बचाने का सवाल बन गया है। देखना होगा, आलाकमान इस बारे में क्या फैसले लेते हैं और वुसंधरा राजे कैबिनेट में अपने करीबियों को पद दिलाने में कामयाब हो पाती हैं या नहीं।