'कांग्रेस को वनवास की जरूरत ', बेनीवाल पर भी बात, पढ़ें राधा मोहन दास का Exclusive Interview
राजस्थान बीजेपी प्रभारी राधा मोहन अग्रवाल का भारत रफ्तार संग Exclusive Interview ! कांग्रेस, राहुल गांधी, हनुमान बेनीवाल और सचिन पायलट पर दिये बड़े बयान। जस्थान की राजनीति और एसआई पेपर लीक मामले पर भी की खुलकर बात । पढ़ें,पूरा इंटरव्यू।

ठंड में एक तरफ राजस्थान कोहरे की चादर में लिपटा है तो दूसरी तरफ राजनीतिक पारा हाई है। हनुमान बेनीवाल को चूहा और सचिन पायलट को फर्जी नेता बताने वाला राजस्थान बीजेपी प्रभारी राधा मोहन अग्रवाल से भारत रफ्तार की टीम ने एक्सक्लूसिव बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस समेत बीजेपी की राजनीति पर खुलकर बात की। राधा मोहन अग्रवाल संग बातचीत के कुछ अंश हम आपके लिए लेकर आये हैं।
1) 'कांग्रेस के सामने अस्तित्व का संकट'
जब राधामोहन अग्रवाल से सवाल किया गया , अदालत ने मस्जिद में मिलने वाले मंदिरों के सर्वे का आदेश दिया है बावजूद इसके कांग्रेस विरोध कर रही है। इस पर उन्होंने कहा, मैं इस मामले पर नहीं बोलूंगा क्योंकि ये कोर्ट में विचाराधीन है। हालांकि कांग्रेस सामने अस्तित्व बचाने की चुनौती है। 2014 से सत्ता में बाहर है। 70 साल देश में राज करने वाली अब तीन राज्यों में सिमटकर रह गई है। तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में सरकार है। ईमानदारी से कहा जाए तो कांग्रेस जनता की नहीं बल्कि खुद को जिंदा रखने की लड़ाई लड़ रही है। एसपी, दिल्ली , उत्तराखंड और यहां तक हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस का एक सांसद नहीं है। सिक्किम, आंध प्रदेश, मिजोरम में भी ऐसा ही हाल है। आज कांग्रेस खत्म होते-होते पूरी तरह से खत्म होने की कगार पर है। कांग्रेस तो ईवीएम पर सवाल उठाती है। कहा, जहां वह जीत जाये तो ईवीएम बिल्कुल ठीक है और अगर हार गए तो ईवीएम खराब है। इनके इस राग से पार्टी के लोग परेशान है। यही कारण है कांग्रेस ने अब ईवीएम का राग अलापना कम कर दिया है।
2) 'कांग्रेस शुरू से दलित विरोधी'
गौरतलब है बीते दिनों अमित शाह के एक बयान पर खूब हो-हल्ला हुआ था। कांग्रेस ने बीजेपी पर अंबेडकर साहब का अपमान करने का आरोप लगाया था। यहां तक संसद में दोनों दलों ने जमकर प्रदर्शन भी किया था। इस पर जवाब देते हुए राधा मोहन अग्रवाल ने कहा, हाथ में संविधान की किताब पकड़ लेने या फिर नीली शर्ट पहन लेने से इतिहास नहीं बदल जाएगा। जनता जानती है अंबेडकर का विरोधी कोई है तो वह कांग्रेस पार्टी है। ये वही लोग हैं जो अंबेडकर को संविधान सभा में नहीं आने देना चाहते हैं। इन लोगों ने अंबेडकर को दो बार चुनाव हराने का प्रयास किया। अमित शाह ने कांग्रेस को बेनकाब किया है। कांग्रेस शुरू से दलित विरोधी रही है। इन्होंने 70 साल के कार्यकाल में दलितों को कौन सा अधिकार दिया है। अगर बीजेपी सत्ता में न आई होती तो इस देश के पिछड़े समाज के लोगों का शोषण कांग्रेस करती रहती और न उनके संवैधानिक अधिकार उन्हें मिलता।
3) 'राजनीति के लिए फिट नहीं राहुल गांधी'
राधा मोहन अग्रवाल ने बातचीत के दौरान राहुल गांधी पर भी बड़ा बयान दिया कहा, वह इस वक्त स्विमिंग कर रहे हैं, जिम जा रहे हैं। रोजगार केवल नौकरी तक सीमित नहीं रहता है। इसके लिए हमें जानना पड़ता है सामने वाला व्यक्ति किन चीजों में निपुण है। राहुल दिखा रहे हैं वह स्पोर्ट्स में अच्छे हैं लेकिन उनके परिवारवालों ने उन्हें राजनीति सौंप रखी है। असलियत में उन्हें स्पोर्ट्स कोच होना चाहिए। राजनीति में आने के लिए भारत के इतिहास की जानकारी होनी चाहिए। जिन्हें इन सब के बारे में कुछ पता ही नहीं है तो वह राजनीति में क्या कर रहे हैं। वह आप समझ सकते हैं।
4) राजस्थान की राजनीति पर भी की बात
राधा मोहन अग्रवाल से जब एसआई पेपर लीक पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, बीजेपी राजस्थान सरकार अपना काम कर रही है। सरकार ने सभी जरूरी कदम उठाए हैं। कहा, अभी छोटी-छोटी मछलियों को पकड़ा गया है। मगरमच्छ भी है लेकिन उसे पकड़ेंगे ताकि वह कभी छूट न पाये। जनता बस धैर्य के साथ थोड़ा इंतजार करेंगे। वहीं, हनुमान बेनीवाल पर कहा खींवसर हारने के बाद इनके पास कुछ बचा नहीं है। ये बस खुद को एक्टिव रखने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं सचिन पायलट को फर्जी नेता वाले बयान पर जब उसने प्रश्न पूछा गया तो उन्होंने कहा, चुनाव की राजनीति अलग होती है। मैं कभी उनसे मिला नहीं हूं। बस इतना कहूंगा कांग्रेस की उपचुनाव में जो हार हुई है, उस सोचने की बजाय 12 साल के वनवास में जानें की जरूरत है। ताकि खुद पर आत्ममंथन कर सके। इससे इतर जब उसने पूछा गया कि राजकुमार कहते हैं आदिवासी हिंदू नहीं है तो इस पर राधा मोहन ने कहा, मैं क्या कहूं। खुद उनके समाज के लोग इन बातों को खिलाफ खड़े हैं। मैं बस यही राय दूंगा, सलूंबर में मिली हार का मूलांकन करें और फिर बयान दें।