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मुझे नोटिस दो और मैदान में जाओ...राजस्थान विधानसभा में फिर छिड़ी महाभारत!

Shanti Dhariwal: राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस विधायक शांति धारीवाल ने सरकार को चुनौती देते हुए कहा—"मुझे नोटिस दो और मैदान में आ जाओ!" भाजपा सरकार पर तीखा हमला, जांच को लेकर बड़ा विवाद.

मुझे नोटिस दो और मैदान में जाओ...राजस्थान विधानसभा में फिर छिड़ी महाभारत!

राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को हंगामा स्पेशल एपिसोड देखने को मिला. कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक शांति धारीवाल ने सरकार को ऐसे ललकारा, जैसे कोई महाभारत का योद्धा युद्धभूमि में खड़ा हो.

"अगर हमने गड़बड़ी की है, तो जांच कराओ. किसने रोका है?"—धारीवाल ने सरकार पर हमला बोलते हुए चुनौती दे डाली.

जांच-जांच खेल रहे हो, पर कोई जांच होती क्यों नहीं?
शांति धारीवाल ने भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि सवा साल से जांच की धमकियां ही सुन रहे हैं, लेकिन अब तक एक भी जांच पूरी होती नहीं दिखी. डेढ़ सौ बार कह चुके हो, 'जांच कराएंगे, जांच कराएंगे'—भैया, जांच करानी है या सिर्फ माइक चेक करना था?

उन्होंने कहा कि अगर पिछली सरकार ने 13 लाख पट्टे गलत बांटे हैं, तो उन्हें कैंसिल कर दो. लेकिन कैंसिल करने की हिम्मत है क्या? 

टेक्निकल ज्ञान नहीं, तो सत्यानाश तय है
जब यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने सरकारी जमीन पर 10 हजार वर्ग मीटर तक पट्टे देने का मुद्दा उठाया, तो धारीवाल ने उन्हें ऐसा जवाब दिया कि पूरा सदन झनझना गया .ये टेक्निकल विषय है, जब अंजान शख्स के हाथ में काम आ जाता है, तो सत्यानाश होना तय होता है.

मतलब साफ था—सरकार को काम का ‘क’ भी नहीं आता, लेकिन जांच कराने की डींगें हांक रही है.

बिजली-पानी नहीं, फिर लोग बसेंगे कैसे?
धारीवाल ने शहरों में बढ़ती जनसंख्या और सरकार की असफल योजनाओं पर भी तगड़ा कटाक्ष किया कि JDA ने 627 प्लॉट निकाले, लेकिन 1 लाख से ज्यादा आवेदन आ गए. वहां बिजली-पानी नहीं, सीवर नहीं—लोग क्या प्लॉट में टेंट लगाकर रहेंगे?

उन्होंने कोटा का उदाहरण देते हुए बताया कि पिछली सरकार ने 32 कॉलोनियां बसाईं, 7,000 करोड़ का रेवेन्यू जेनरेट किया और सरकार से एक भी पैसा नहीं लिया! फिर सवाल दागा—"अब बताओ, हमसे भ्रष्टाचार की बात करते हो?"

"मुझे नोटिस दो और मैदान में आ जाओ!"
अब आते हैं फुल ऑन मसालेदार क्लाइमैक्स पर शांति धारीवाल ने भाजपा सरकार को खुलेआम चुनौती देते हुए कहा कि अगर हिम्मत है तो लिखित में दो, अपनी सरकार से जांच करवाओ. मुझे नोटिस दो और मैदान में आ जाओ. देखेंगे कौन कितने पानी में है.

उनके इस बयान के बाद सदन में एक बारगी सन्नाटा छा गया, और फिर राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई.

विधानसभा में एक और एपिक शो
राजस्थान विधानसभा में इस तरह के डायलॉगबाजी से लगता है कि अब बहस कम और WWE स्टाइल चैलेंज ज्यादा होने लगे हैं. धारीवाल की ‘मैदान में आ जाओ’ वाली चुनौती ने सरकार के लिए नई मुसीबतें खड़ी कर दी हैं. अब देखना यह होगा कि सरकार वाकई में जांच कराएगी या फिर ‘देखेंगे’, ‘सोचेंगे’ और ‘करेंगे’ वाले मोड में ही रहेगी.