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"जेल जाए किरोड़ी लाल, मलाई खाए भजनलाल", राजस्थान में क्यों गूंजा ये नारा, बढ़ गया सियासी पारा!

विकास चौधरी ने कहा कि मैं पहले किरोड़ी लाल जी मीणा के उनके उत्तम स्वास्थ्य की करता हूं कामना और कहना चाहता हूं कि उनके किरोड़ी लाल मीणा जी को 2018 से 23 में नहीं सहेगा राजस्थान का झंडा आपने पकड़ाया और सर्दी में ठिठुरे किरोड़ी लाल मीणा, जेल जाए किरोड़ी लाल, और माल खाए भजनलाल, मलाई खाए भजनलाल। 

"जेल जाए किरोड़ी लाल, मलाई खाए भजनलाल", राजस्थान में क्यों गूंजा ये नारा, बढ़ गया सियासी पारा!

राजस्थान विधानसभा में किशनगढ़ से विधायक विकाश चौधरी ने सरकार को घेरे में लेते हुए जबरदस्त भाषण दिया। उन्होंने भजनलाल सरकार को वजनलाल सरकार कहा, तो साथ ही बेरोजगारी और डबल इंजन सरकार के काम पर भी प्रश्न पूछे। लेकिन उनका एक स्लोगन राजस्थान की सियासत में धीमी आवाज में गुफ़्तुगू की वजह बना हुआ है। सत्ताधारी पार्टी के नेता का अपनी ही पार्टी की विचारधारा से अनबन की बात, तमाम लोगों की जुबान पर है। क्या है पूरी बात, आइए आपको बताते हैं...

"जेल जाए किरोड़ीलाल, मलाई खाए भजनलाल"

किशनगढ़ से विधायक विकाश चौधरी ने विधानसभा में जबरदस्त भाषण दिया। इस दौरान विधायक विकाश चौधरी भजनलाल पर जमकर बरसे। उन्होंने बीजेपी के दिग्गज नेता किरोड़ी लाल मीणा को लेकर भी अपनी बात कही। उन्होंने सीएम भजनलाल पर निशाना साधते हुए कहा कि एक नौजवान की भावना उमड़ रही है, इस सीट पर जब बैठे थे किरोड़ी लाल मीणा तब मैं ले रहा था शपथ और माइक चालू था, किरोड़ी लाल मीणा ने खड़े होकर हाथ मिलाया मुझे और कहा कि विकास कोई काम हो तो आधी रात को भी बता देना, पर दर्द होता है की एक मेहनत करने वाले आदिवासी नेता को दलित नेता को इस प्रकार की सदन से लेनी पड़ती है छुट्टियां, उसी की सरकार से कहना पड़ता है कि यह सरकार मुझे अपमानित कर रही है।

आगे उन्होंने कहा कि मैं पहले किरोड़ी लाल जी मीणा के उनके उत्तम स्वास्थ्य की करता हूं कामना और कहना चाहता हूं कि उनके किरोड़ी लाल मीणा जी को 2018 से 23 में नहीं सहेगा राजस्थान का झंडा आपने पकड़ाया और सर्दी में ठिठुरे किरोड़ी लाल मीणा, जेल जाए किरोड़ी लाल, और माल खाए भजनलाल, मलाई खाए भजनलाल, कैसे चलेगा प्रदेश। 

लगातार दूसरी बार किरोड़ी लाल मीणा नहीं सत्र का हिस्सा

किरोड़ी लाल मीणा ने सत्र से पहले ही सदन में गैर-मौजूदगी की इजाजत ले ली थी। जिसपर काफी घमासान भी हुआ था। विपक्ष ने सदन में इस बातो को जोर-शोर से उठाया था। हालांकि, विकास चौधरी द्वारा कहे गए भाषण से इसपर दोबारा बात हो रही है।