राजस्थान विधानसभा बजट सत्र होगा 'हंगामेदार' सड़क से सदन तक भजनलाल सरकार को घेरने की प्लानिंग कर रहा विपक्ष!
राजस्थान में बीते काफी समय से सरकार द्वारा लिए गए फैसले सुर्खियां बटोरे हुए हैं। फिर चाहें वो इंग्लिश मीडियम स्कूलों की समीक्षा का विषय हो या फिर बिजली या सड़क का। ऐसे में जब सरकार के मंत्री जवाबदेही के लिए मौजूद होंगे, तो विपक्ष हमलावर हो सकता है।

राजस्थान विधानसभा बजट 31 जनवरी से शुरु होने वाला है। लेकिन बीते दिनों राजस्थान की राजनीति में ऐसे कई मुद्दे चर्चा में रहे हैं, जो बजट सत्र में होने वाले हंगामें की तरफ इशारा कर रहे हैं। ये कहना गलत नहीं होगा कि राजस्थान में अगर सत्ताधारी दल बजट प्लानिंग में व्यस्त है, तो विपक्ष सरकार को घेरने की रणनीति बनाने में.....खैर, बजट सत्र कैसा होगा, ये तो कुछ घंटों बाद से पता चलना शुरु हो जाएगा, लेकिन विपक्ष किन मुद्दों से पक्ष को चोट पहुंचा सकता है, वो मुद्दे क्या हो सकते हैं, चलिए समझते हैं...
राजस्थान बजट सत्र रह सकता है हंगामेदार!
राजस्थान में बीते काफी समय से सरकार द्वारा लिए गए फैसले सुर्खियां बटोरे हुए हैं। फिर चाहें वो इंग्लिश मीडियम स्कूलों की समीक्षा का विषय हो या फिर बिजली या सड़क का। ऐसे में जब सरकार के मंत्री जवाबदेही के लिए मौजूद होंगे, तो विपक्ष हमलावर हो सकता है।
विपक्ष जिले-संभाग समाप्त करने के मुद्दे पर, इंग्लिश मीडियम स्कूलों के समीक्षा के मुद्दे, कानून व्यवस्था को लेकर, सरकार की 1 साल की नाकामियों को लेकर, क्षेत्रीय समस्याओं और गहलोत सरकार की योजनाओं को कमजोर करने पर विरोध करते दिख सकता हैं।
बजट सत्र से एक दिन पहले हो रही बैठक
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि विपक्ष के पास मुद्दों की कोई कमी नहीं है। सरकार ने एक साल के कार्यकाल में राजस्थान की जनता औऱ विकास के लिए कुछ नहीं किया। लिहाजा जनता से जुड़े मुद्दों पर सदन में सरकार से विपक्ष मजबूती से हिसाब और जवाब मांगेंगा। वहीं, ये भी सामने आय़ा है कि सदन के बाहर सड़क पर यूथ कांग्रेस सहित कांग्रेस के अन्य संगठन सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। आपको बता दें, कांग्रेस ने सदन में सरकार को मजबूती से घेरने के लिए 30 जनवरी को विधायक दल की बैठक भी बुलाई है। जिसमें सरकार को घेरने की रणनतीति को अंतिम रुप दिया जाएगा।