Rajasthan: बजट सत्र से दूरी, वैराग्य पर बयान, कुछ बड़ा करने के मूड में किरोड़ी लाल मीणा ? जानें यहां
कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने बजट सत्र से छुट्टी मांगी, क्या लेंगे राजनीति से संन्यास? इस्तीफे पर सस्पेंस बरकरार, कांग्रेस करेगी बीजेपी को घेराव? जानें यहां।

जयपुर। बजट सत्र की शुरुआत 31 जनवरी से हो रही है। जिसके लिए तैयारियां लगभग अंतिम चरण में हैं। इसी बीच हर किसी की निगाहें कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा पर टिकी हैं। मंगलवार को बाबा ने विधानसभा स्पीकर वासुदेव देवनानी को पत्र लेकर बजट सत्र के दौरान छुट्टी की मांग की है। उन्होंने पत्र में तबियत ठीक न होने का हवाला दिया है। बहरहाल, ये कोई पहली बार नहीं है जब किरोड़ी लाल मीणा सत्र में मौजूद न रहे हो। पिछले बार भी वह सत्र भर नदारद रह थे। वहीं, उनके इस दांव के बाद सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर भी शुरू हो गया है।
राजनीति से सन्यास लेंगे किरोड़ी लाल ?
दरअसल, बीते दिनों दौसा के लालसोट में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बयान भी इन दिनों सुर्खियां बंटोर रहा है। जहां, उन्होंने कहा, वह महाकुंभ जाने की तैयारी कर रहे हैं। अगर भगवान न चाहा तो वह वैराग्य धारण कर लेंगे। अगर मैं वैरागी बनता हूं तो लालसोट विधायक रामबिलास के दरवाजे खुल जायेंगे। इस बयान को उनकी राजनीतिक पारी से जोड़ कर देखा जा रहा था। ऐसे में बजट सूत्र से दूरी ने कई सवालों को जन्म दे दिया है।
अभी तक मंजूर नहीं हुआ इस्तीफा !
किरोड़ी लाल मीणा से जब भी इस्तीफा मंजूर पर सवाल किया जाता है तो वह अक्सर कहते हैं वह सीएम से इस्तीफा स्वीकार करने का आग्रह कर चुके हैं हालांकि अभी तक सरकार ने इसे मंजूर नहीं किया है। वहीं, कई बार तो बाबा इस विषय पर चुप्पी साधे दिखे। वहीं, मीणा को इस्तीफा दिये हुए सात महीनों गुजर चुके हैं लेकिन अभी तक सरकार ने इसे मंजूर नहीं किया गया है। इससे इतर वह, सरकार और संगठन के कार्यक्रमों में भी बराबर दिखाई देते हैं।
बीजेपी को घिरेगी कांग्रेस !
बता दें, पिछली बार किरोड़ी लाल मीणा ने बजट सत्र से दूरी बनाई थी। जुलाई महीने में वह इस्तीफा दे चुके थे। ऐसे में कांग्रेस ने इस मुद्दे पर खूब राजनीति की थी। बजट सत्र में न आने के कारण मीण के विभाग की जिम्मेदारी अन्य नेताओं को सौंपी गई थी।