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धनंजय सिंह के बयान पर बिफरीं मिर्धा, कहा- 'मैंने किसी का नाम नहीं लिया"

राजस्थान की खींवसर सीट पर बीजेपी के दो दिग्गज नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। ज्योति मिर्धा और धनंजय सिंह आमने-सामने हैं। वायरल पत्र और चुनावी नतीजों को लेकर एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं।

धनंजय सिंह के बयान पर बिफरीं मिर्धा, कहा- 'मैंने किसी का नाम नहीं लिया"

जयपुर। नागौर जिले के अंतर्गत आने वाली खींवसर सीट पर जमकर उठा पटक जारी है। इस बार बवाल बेनीवाल और बीजेपी के बीच नहीं बल्कि राजस्थान बीजेपी के दो बड़े नेताओं के बीच है। जहां ज्योति मिर्धा और स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींमसर के बेटे धनंजय सिंह के बीच जुबानी जंग जारी है। जहां बीते दिनों मिर्धा ने रेवंत डांगा के वायरल पत्र पर बयान देते हुए कहा था, मुझे पता है ये किसने करवाया। वायरल और लीक में फर्क होता है। जिसके बाद धनंजय सिंह ने पलटवार करते हुए कहा था, लोग काम बोलना है। तीन बार की हार की कसक वह किसी न किसी तरह से निकाल रही हैं, जिसमें हम कुछ नहीं कर सकते हैं। 

ज्योति मिर्धा ने फिर किया पलटवार

धंनजय सिंह के बयान के बाद एक बार फिर ज्योति मिर्धा ने पलटवार किया है। उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, मैंने जो भी बयान दिया लेकिन मैंने किसी का नाम नहीं लिया। ऐसे में अगर उन्हें बुरा लग रहा है तो सीधा मतलब है चोर की दाढ़ी में तिनका। जो सबूत की बात कर रहे हैं, हर पार्टी का अनुशासन होता है और हम उसे फॉलो कर रहे हैं। यदि आपको इतना बुरा लग रहा है, खुद बयान देकर इसे साबित कर रहे हैं तो इससे मैं समझती हूं। पार्टी के विधायक को कमजोर मतलब पार्टी को कमजोर करना। ऐसे में सवाल पूछना चाहती हूं, पार्टी में होने के नाते बताएं आखिर सोशल मीडिया पर पत्र लीक कैसे हो गया। उन्होंने चुनावी नतीजों पर भी बयान दिया है हालांकि मैं उसपर नहीं जाना चाहूंगी। मेरी मानसिक स्थिति जैसी भी पार्टी को मजबूत करने का काम मैं तबसे कर रही हूं जबसे पार्टी ज्वाइन की है। 

गजेंद्र सिंह पर लगाएं गंभीर आरोप 

मिर्धा यही नहीं रूकी। उन्होंने कहा, अगर चुनावी नतीजों से पहले देखा जाए तो इसकी कहानी कुछ और ही है। चुनाव में इसकी पीछे भी अलग ही कहानी थी। ये लोग चुनाव में एक्टिव नहीं थे। जब ऊपर से दवाब पड़ा तो प्रचार में एक्टिव हुए। उसको भी घुमाने का प्रयास किया गया। ये एक गलत तरीके की सोच है। जनता के बीच रेवंत डांगा लंबे समय से एक्टिव हैं। उनकी जीत का श्रेय केवल उन्हें जाता है।