"बच्चे भी नहीं बनना चाहते भजनलाल!" हनुमान बेनीवाल का सीएम पर तीखा वार, Watch Video
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को निशाने पर लेते हुए SI भर्ती में भ्रष्टाचार और पेपर लीक को लेकर गंभीर आरोप लगाए। वायरल वीडियो में बेनीवाल के तीखे शब्दों ने राजनीतिक हलचल मचा दी है।

जयपुर। नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल अक्सर अपने किसी ना किसी बयान को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। पक्ष हो या फिर विपक्ष उनकी अदावत चलती ही रहती है। साथ में वह भजनलाल सरकार पर आए दिन निशाना साधने से बिल्कुल नहीं चूकते। इसी कड़ी में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। जहां बेनीवाल प्रदेश के मुखिया भजनलाल शर्मा पर बड़ा बयान देते नजर आएं। जिसने सभी का ध्यान खींचा है। सबसे पहले आप भी ये Video देखिए-
"सब जानते हैं कि भजनलाल जी के अंदर कितना बचपना है, राजस्थान के बच्चे भजनलाल शर्मा नाम सुनते ही हंसने लग जाते हैं, एक मजाक सा बन गया है...आप किसी बच्चे को पूछ लो कि आप भजनलाल बनोगे तो बोलेगा नहीं मैं भजनलाल नहीं बनूंगा कुछ और बनूंगा"
— एक नजर (@1K_Nazar) April 24, 2025
- हनुमान बैनीवाल pic.twitter.com/UjhAa1NRJo
हनुमान बेनीवाल का सरकार पर निशाना
नागौर सांसद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर निशाना साधते हुए कहा, ये राजस्थान का बच्चा-बच्चा जानता है, भजनलाल शर्मा के अंदर कितना बचपना है। बच्चे भजनलाल शर्मा नाम सुनते ही हंसने लग जाते हैं। अब तो मजाक सा बन गया है। .आप किसी बच्चे को पूछ लो कि आप भजनलाल बनोगे तो बोलेगा नहीं मैं भजनलाल नहीं बनूंगा कुछ और बनूंगा।
दरअसल, बेनीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सरकारी भर्तियों और छात्रों के साथ हो रहे अन्याय पर भी बात करते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में एसआई भर्ती के अंदर जमकर भ्रष्टाचार किया गया है। खुलेआम भर्तियों के नाम पर पैसा लिया जा रहा था। सरकार के मंत्री भी शामिल हैं। हमेशा कहता आया हूं इसमें वरिष्ठ आईएस अधिकारी भी शामिल हैं जो अपनी महिला मित्रों के कारण सरकार के मंत्री, सीएमओ में बैठे अधिकारी पेपर लीक की कार्रवाई बेनकाब होने से रोक रहे हैं।
मनोज मीणा भी रहे मौजूद
बेनीवाल के साथ मनोज मीणा भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में रहे। जहां, मीणा ने कहा, सरकार भले पेपर लीक से जुड़े मगरमच्छों को पकडने की बात करती है लेकिन उन्हें तो लेकिन हमे गिरफ्तार किया जाता है। ये मुझे केवल 5 बार अरेस्ट कर चुके हैं। भजनलाल शर्मा खुद को युवा हितैषी बताते हैं। मैं पूछना चाहूंगा, यदि आपका बेटा एसआई भर्ती परीक्षा दिया होता और उसके साथ भी ऐसी ही नाइंसाफी होती है तो आप ये सलूक करते। हम जांच-कार्रवाई का आश्वसन नहीं बल्कि एक्शन जाते हैं। प्रदेश की ज्यादातर परीक्षाओं में फर्जीवाड़े हुए हैं। ऐसे में सरकार कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है। प्रदेश का हर युवा न्याय मांग रहा है।