Rajasthan: "हनुमान बेनीवाल से डरते हैं बाड़मेर के नेता", नागौर सांसद ने किया बड़ा खुलासा, Watch Video
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने एक बार फिर अशोक गहलोत समेत बाड़मेर के बड़े नेताओं पर निशाना लिया है। जिसका वीडियो वायरल है। आखिर क्या है पूरा मामला। जानें यहां।

जयपुर। नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। एक बार फिर आम जनता के बीच उन्होंने ऐसा बयान जो चर्चा में बना हुआ है। बेनीवाल ने कहा, पैसे कमाना, बीजेपी नेताओं के पैर पकड़ लेना। कुछ होने पर करोड़ों देना। ऐसा काम तो हम नहीं कर सकते हैं, इस दौरान वह बाड़मेर हमले का जिक्र करते हुए भी नजर आए। सबसे पहले आप ये वीडियो देखिए-
बाडमेर के अंदर मेरे पर हमला हुआ था वो हमला #बाडमेर_के_नेताओ के साथ-साथ #अशोक_गहलोत और #शराब_माफिया_के_दामाद जो पंजाब कैडर का IAS है वो सारे लोग शामिल थे क्या फर्क पड गया #गाडी_तो_कैलाश_जी_की_टूटी मेरी थोडी टूटी, कैलाश जी भूल गए उस बात को मै बार-बार याद दिलाता रहता हू और इनका एक… pic.twitter.com/SoBYPFYPDB
— एक नजर (@1K_Nazar) March 17, 2025
कांग्रेस पर निशाना साधता दिखे बेनीवाल
हनुमान बेनीवाल ने कहा, मुझे आज भी याद है जब बाड़मेर में मेरे ऊपर जो हमला किया था। मैं नहीं चाहता था कोई गोली चले खून खराबा हो। इसलिए मैंने अपनी गाड़ी पर पत्थर खाएं। अपने देश में अपमान चहा। वो हमला बाड़मेर के बड़े-बड़े लोगों के अलावा अशोक गहलोत,शराब माफिया के दामाद जो पंजाब कैडेर के आइएस है, भी शामिल थे। उनका मकसद एक ही था। आपस में लोग लड़ जाए और लोग किसी तरह मर जाएं और आरोप हनुमान बेनीवाल पर लगाकर जेल में डाल दें। हालांकि इससे क्या फर्क पड़ गया। गाड़ी कैलाश जी की टूटी थी। कैलाश जी उस बात को भूल गए लेकिन मैंने लोकसभा के अंदर डीजीपी से लेकर तमाम जो नेता थे। उन्होंने न केवल माफी मांगी बल्कि जूते उतार के खड़े हुए। जिसके बाद लगता है, बाड़मेर का कोई नेता नहीं चाहता हनुमान बेनीवाल बाड़मेर के अंदर आए।
मदद के बाद भी अकेले बेनीवाल !
हनुमान बेनीवाल ने कैलाश चौधरी, दिव्या मदेरणा, किरोड़ीलाल मीणा, घनश्याम तिवाड़ी, रेवंतराम डांगा, उदयलाल डांगी समेत कई नेताओं की मदद करने का दावा करते हैं। उनकी ये फेहरिस्त काफी लंबी है लेकिन जब बात असलियत की आती है, तो हनुमान बेनीवाल भले दूसरे दलों के साथ मंच साझा करते नजर आते हो हालांकि असल में उनके साथ कोई नेता नजर नहीं आता है। जिसकी पीड़ा वह कई बार व्यक्त भी कर चुके हैं।