Rajasthan News: फिर 'फायर' हुए डोटासरा, बोले- बीजेपी की ईंट से ईंट बजाएंगे, रोत पर भी दिया बड़ा बयान
गोविंद सिंह डोटासरा ने बांसवाड़ा में भाजपा और राजकुमार रोत पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने पानी की समस्या, भाजपा के वादों और बांसवाड़ा को संभाग का दर्जा देने जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरा।

राजस्थान में इन दिनों सियासी पारा हाई होने के साथ कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा फायर मोड में दिखाई दे रहे हैं। बीते दिनों उन्होंने भजलाल सरकार के सरकारी स्कूलों की समीक्षा फैसले पर बयान देते हुए बीजेपी नेताओं को आडे़ हाथ लिया था तो एक बार फिर उन्होंने बीजेपी नेता राजेंद्र राठौर पर तंजा कसा। दरअसल, डोटासरा बांसवाड़ा के दौरे पर हैं। इस दौरान बीजेपी के साथ राजकुमार रोत पर भी खुलकर बात की।
#राठौड_साहब पेचकश ही कोनी लगा सके।??
— एक नजर (@1K_Nazar) January 6, 2025
ये जो नहर का पानी आता है ना ये पहले चुरु मे आता है जिसके बाद अन्य जगह सप्लाई होता है, तो #चुरु_वाले उस #पानी_को_कम_कर_देता, खोलते नही और कायदे का जो पानी मिलना चाहिए था वो मिलता नही था।
485 करोड रुपये स्वीकृत कराया और अाज 70% काम पूरा हो… pic.twitter.com/OxfbswBAmp
मदन राठौर पर डोटासरा का तंज
जनसभा को संबोधित करते हुए डोटासरा ने कहा, ये जो अब नहर का पानी आता है। वह न तो पहले चुरू में आता था और न किसी अन्य जगह सप्लाई होता है। जो पानी जनता को मिलना चाहिए था वह मिलता ही नहीं है। हमने जनता के लिए 485 करोड़ रुपए की स्वीकृति दिलाई और आज 70 फीसदी से ज्यादा काम पूरा हो चुका है। दो तीन महीने में लक्ष्मणढ़ का पानी सीधे जनता को मिलेगा। बीच में भाई राजेंद्र राठौड़ भी पेचकच की कोनी न लगा सके।
राजकुमार रोत पर कही बड़ी बात
बांसवाड़ा पहुंचने पर उन्होंने भारतीय आदिवासी पार्टी और राजकुमार रोत पर भी बड़ा बयान दिया और कहा, लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराना जरूरी था। इसलिए बीएपी का साथ दिया था। हालांकि अब बांसवाड़ा संभाग खत्म हुआ तो सांसद ने चुप्पी साध रखी है। केंद्र के नेताओं के साथ फोटो खिंचवा रहे हैं। जनता के हितों के साथ कभी समझौता नहीं करना वरना हाल बुरा होगा।
बीजेपी को जवाब देगी कांग्रेस
डोटासरा यही नहीं रूके। कहा, सदन से लेकर सड़क तक कांग्रेस पार्टी बीजेपी की ईंट से ईंट बजा रही है। सरकार ने जनता से जो वादे किये। उसपर कोई भी काम नहीं किया जा रहा है। उन्होंने कांग्रेस के कामों की समीक्षा की बात कही थी, लेकिन नौ जिलो और तीन संभागों को हटा दिया गया। सरकार के मनमानी के खिलाफ जनआंदोलन हो रहा है। बांसवाड़ा को संभाग का दर्जा दिलाकर रहेंगे। हम जनता के साथ खड़े हैं।