शौर्य उद्यान की बदहाली देख भावुक हुईं डिप्टी सीएम दिया कुमारी, बोलीं- शहीदों के लिए कुछ नहीं कर सके तो क्या फायदा
Diya Kumari Shaurya Udyan: झुंझुनूं के शौर्य उद्यान की बदहाली देखकर भावुक हुईं डिप्टी सीएम दिया कुमारी, कहा- शहीदों के लिए संग्रहालय नहीं बना सके तो क्या फायदा। जानिए पूरी खबर।

राजस्थान की डिप्टी मुख्यमंत्री दिया कुमारी आज झुंझुनूं के दोरासर क्षेत्र पहुंचीं, जहां उन्होंने सैनिक स्कूल के कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इसके बाद दिया कुमारी ने स्थानीय विधायक राजेंद्र भांबू और अधिकारियों के साथ शौर्य उद्यान का निरीक्षण किया। शौर्य उद्यान की बदहाल स्थिति देखकर डिप्टी सीएम भावुक हो गईं और आंखों में आंसू छलक आए।
वीर सैनिकों के सम्मान पर जताई चिंता
दिया कुमारी ने कहा, "हमारे वीर सैनिकों और शहीदों ने न केवल झुंझुनूं, बल्कि पूरे राजस्थान और भारत का नाम दुनिया भर में रोशन किया है। अगर हम उनके बलिदान को सम्मान देने के लिए एक भव्य संग्रहालय तक नहीं बना सके, तो फिर हमारे प्रयासों का क्या अर्थ रह जाता है?"
पिछली सरकार पर साधा निशाना
डिप्टी सीएम ने साफ तौर पर पिछली सरकार को शौर्य उद्यान की बदहाली के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, "हमारी सरकार के समय शौर्य उद्यान की नींव रखी गई थी, ताकि सैनिकों के जीवन और उनकी शहादत से आने वाली पीढ़ियां प्रेरणा ले सकें। लेकिन पांच साल तक इस काम पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। अब हालात ऐसे हैं कि काम अधूरा पड़ा है और जो बना था, वह भी टूटने लगा है।"
आधुनिक तरीके से होगा शौर्य उद्यान का पुनर्निर्माण
दिया कुमारी ने अधिकारियों को तुरंत निर्देश दिए कि शौर्य उद्यान का निर्माण कार्य आधुनिक तरीके से और नए सिरे से शुरू किया जाए। उन्होंने आश्वासन दिया कि निर्माण कार्य में धन की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी और वे स्वयं इसकी निगरानी करेंगी। उनका लक्ष्य है कि शौर्य उद्यान ऐसा बने जो वीर शहीदों की गाथा को आने वाली पीढ़ियों तक जीवित रखे।
राष्ट्रप्रेम की भावना से भरा उद्यान बनेगा सपना
दिया कुमारी ने कहा कि शौर्य उद्यान सिर्फ एक पार्क नहीं, बल्कि राष्ट्रप्रेम, बलिदान और प्रेरणा का प्रतीक बनेगा। यह उद्यान उन वीरों को समर्पित होगा जिन्होंने देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों और युवाओं को शहीदों की कहानियों से जोड़ने के लिए यह प्रयास बेहद जरूरी है।