Vasundhara Raje के करीबी ने सरकार को झुकाया, CM Bhajanlal Sharma ने की मुलाकात ! जानें मामला
राजस्थान के सिंचाई मंत्री देवी सिंह भाटी ने क्यों किया अनिश्चितकालीन धरने का ऐलान? जानिए विवाद, और भजनलाल शर्मा सरकार ने कैसे मानी उनकी मांगें। वसुंधरा राजे के करीबी भाटी के रुख से मची हलचल।

जयपुर। विधानसभा सत्र में पक्ष-विपक्ष के बीच जमकर तकरार देखने को मिल रही है। एक तरफ सरकार सवालों का जवाब दे रही है तो दूसरी कांग्रेस कई मुद्दों पर हमलावर है। हालांकि इसी बीच भजनलाल शर्मा की टेंशन बीजेपी के वरिष्ठ नेता और वसुंधरा राजे के करीबी कहे जाने वाले देवी सिंह भाटी ने बढ़ा दी थी। बता दें, भाटी कैबिनेट में सिंचाई मंत्री हैं। हालांकि उन्होंने बीते दिनों अनिश्चितकालीन कालीन धरने का ऐलान किया था। जिसके के बाद से तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे थे। पर अब उन्होंने ये प्लान कैंसिल कर दिया है। जिसकी जानकारी खुद मंत्री ने फेसबुक पेज के जरिए दी। बताया जा रहा है,भाटी से खुद मुख्यमंत्री ने मुलाकात की थी,ये बैठक करीब एक घंटे तक चली। जिसके बाद उन्होंने फैसला बदल दिया।
आखिर सरकार से क्यों नाराज थे देवी सिंह भाटी ?
देवी सिंह भाटी बीजेपी के कद्दावर नेताओं में शामिल है। वह बीकानेर में अच्छा प्रभाव रखते हैं। जानकारी के अनुसार, वह अफसरों की नियुक्ति से खुश नहीं है। बीकानेर में IPS प्यारेलाल को सौंपी गई है। जो प्रमोशन पाकर आइपीएस बने हैं। प्यारेलाला बीकानेर में 15 साल से तैनात है। बस इसी बात से भाटी नाराज है। उन्होंने बीते दिन कहा था, वह इस मसले इस विषय पर भजनलाल शर्मा से मुलाकात की थी हालांकि अभी तक कुछ नहीं किया गया।
सरकार ने मानी भाटी की मांगे
देवी सिंह भाटी के तेवरों के आगे सरकार बैकफुट पर नजर आ रही है। सरकार ने किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी के लिए आश्वासन दिया है। वहीं,आईपीएस प्यारेलाल को छुट्टी पर भेजने के लिए सरकार तैयार हो गई है। किसानों से जुड़ी अन्य परेशानियों का निदान जल्द से जल्द करने का आश्वासन भी भजनलाल शर्म ने भाटी को दिया है।
वसुंधरा के करीबी भाटी
बता दें, भाटी बीकानेर के बड़े नेता हैं। वह छह बार विधायक और तीन बार मंत्री रह चुके हैं। उनके बेटे महेंद्र भी लोकसभा सांसद थे। वहीं, 2023 के विधानसभा चुनाव में पोते अंशुमान ने भारी मतों से जीत हासिल की थी।