Rajasthan की नई आवाज बने राजकुमार रोत, BAP का बढ़ता जनाधार BJP-कांग्रेस के लिए खड़ी करेगा मुश्किल !
राजस्थान में बीजेपी-कांग्रेस के बीएपी तीसरी सबसे मजबूत पार्टी है। जिसके पास चार विधायक और एक सासंद है। इसी बीच चुनाव आयोग ने भारत आदिवासी पार्टी को राज्य पार्टी दर्जा दे दिया है। इस पर राजुकमार रोत ने प्रतिक्रिया दी है।

राजस्थान की राजनीति में कांग्रेस-बीजेपी के अलावा राजकुमार रोत की पार्टी भारत आदिवासी पार्टी तीसरी दल बनकर उभरा है। पार्टी को चुनाव आयोग की तरफ से राज्य दल का दर्जा मिल गया है। जिसकी बारे में खुद पार्टी संस्थापक रोत ने सोशल मीडिया पर बताया। बता दें, दो साल पहले राजस्थान की राजनीति में सक्रिय हुई बीएपी धीरे-धीरे जनाधार बढ़ा रही है। विधानसभा हो या फिर लोकसभा चुनाव। हर जगह बीएपी का शानदार प्रदर्शन रहा है। प्रमुख दलों के बाद 4 विधायक और एक सांसद के साथ बीएपी सूबे की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है। बीएपी दक्षिण राजस्थान में सक्रिय है।
निर्वाचन आयोग द्वारा भारत आदिवासी पार्टी को राज्य पार्टी का दर्जा प्राप्त होने पर पार्टी के समस्त पदाधिकारी, कार्यकर्ता व मतदाताओं को धन्यवाद, जिन्होंने B.A.P. पार्टी के लिये रात-दिन मेहनत करके बहुत कम समय में पार्टी को राज्य पार्टी का दर्जा दिलवाने में अपना अमूल्य योगदान दिया।… pic.twitter.com/8GuF7Qh9sV
— Rajkumar Roat (@roat_mla) January 11, 2025
राजकुमार रोत ने दी कार्यकर्ताओं को बधाई
राजकुमार रोत ने बीएपी के कार्यकर्ताओं को बधाई देते हुए लिखा, चुनाव आयोग द्वारा बीएपी को राज्य पार्टी का दर्जा मिलने पर समस्त पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और मतदाताओं का धन्यवाद। सभी भारत आदिवासी पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए दिन-रात काम किया। आप सभी को खूब बधाइयां।
राजस्थान के बड़े चेहरों में शामिल रोत
राजकुमार रोत राजस्थान के बड़े चेहरों में शामिल हैं। जिन्हें बच्चा-बच्चा पहचानता है। आदिवासी समाज हितों के लिए आवाज बुलंद करने वाले रोत ने 2023 में बीएपी की स्थापना की थी, हालांकि इससे पहले वह भारतीय ट्राइबल पार्टी से जुड़े हुए थे। 2018 में इसी पार्टी के साथ उन्होंने विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की लेकिन बाद में मतभेदों के कारण खुद की पार्टी स्थापित की। बता दें, राजकुमार रोत अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। पहले चौरासी विधानसभा सीट से विधायक रहे तो अब डूंगरपुर-बांसवाड़ा सीट से सांसद हैं। इस वक्त उनकी पार्टी के पास चार विधायक है। जबकि हाल में हुए उपचुनाव में बीएपी एक सीट जीतने में सफल रही थी।