Trendingट्रेंडिंग
विज़ुअल स्टोरी

Trending Visual Stories और देखें
विज़ुअल स्टोरी

मंत्री Kirodi Lal Meena की छुट्टी से बचेगा बजट सत्र या आएगा नया संकट? किस मंत्री को मिली किरोड़ी की जिम्मेदारी?

Kirori Lal Meena: किरोड़ी लाल मीणा ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर बजट सत्र से छुट्टी मांगी थी। हालांकि, उन्होंने सत्र के पहले दिन विधानसभा में उपस्थिति दर्ज की थी, लेकिन बाद में उनकी अनुपस्थिति ने सत्ता के कार्यों को प्रभावित किया।

मंत्री Kirodi Lal Meena की छुट्टी से बचेगा बजट सत्र या आएगा नया संकट? किस मंत्री को मिली किरोड़ी की जिम्मेदारी?

Kirori Lal Meena: राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र सोमवार को प्रश्नकाल से शुरू होगा, लेकिन इस बार सदन में एक महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिलेगा। कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा स्वास्थ्य कारणों के चलते इस सत्र से छुट्टी पर चले गए हैं। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने इस बारे में जानकारी दी और मीणा के विभागों का कार्यभार दो अन्य मंत्रियों को सौंप दिया।

किरोड़ी लाल मीणा की अनुपस्थिति में नया नेतृत्व

ओटाराम देवासी और के. के. विश्नोई को किरोड़ी लाल मीणा के विभागों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी आदेश के अनुसार, ओटाराम देवासी अब ग्रामीण विकास विभाग, आपदा प्रबंधन, और नागरिक शिक्षा विभाग के सवालों के जवाब देंगे। वहीं, के. के. विश्नोई कृषि उद्यानिकी, जन अभाव अभियोग निराकरण, और पंचायती राज के विभागों की जिम्मेदारी संभालेंगे।

मंत्री के स्वास्थ्य कारणों से छुट्टी पर जाने के बाद का प्रभाव

किरोड़ी लाल मीणा ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर बजट सत्र से छुट्टी मांगी थी। हालांकि, उन्होंने सत्र के पहले दिन विधानसभा में उपस्थिति दर्ज की थी, लेकिन बाद में उनकी अनुपस्थिति ने सत्ता के कार्यों को प्रभावित किया।

इस स्थिति में ओटाराम देवासी और के. के. विश्नोई के लिए एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभानी होगी। दोनों मंत्री अब सत्र के दौरान विभागीय प्रश्नों और प्रस्तावों के अनुमोदन और उत्तर देने के साथ-साथ सदन की कार्यवाही में सक्रिय भूमिका निभाएंगे।

बजट सत्र में क्या होगा बदलाव?

विधानसभा सत्र में इन बदलावों के बाद ये देखना दिलचस्प होगा कि नए नेतृत्व के तहत विभागों के कार्यों को किस तरह से संभाला जाता है और ये मुख्यमंत्री के लिए कितना चुनौतीपूर्ण साबित होता है। किरोड़ी लाल मीणा की अनुपस्थिति में देवासी और विश्नोई के नेतृत्व में क्या नई दिशा मिलेगी, ये आगामी दिनो में साफ होगा।