Paper Leak Case: टीकाराम जूली ने बीएससी नर्सिंग परीक्षा के पेपर लीक मामले पर उठाए सवाल, भजनलाल सरकार पर साधा निशाना
राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (RUHS) के बीएससी नर्सिंग परीक्षा के पेपर लीक होने से हड़कंप मच गया है। परीक्षा रद्द कर दी गई है, और जांच के लिए उच्च स्तरीय कमेटी भी गठित की गई है। विपक्ष नेता टीकाराम जूली ने सरकार पर पारदर्शिता और शिक्षा सुधार में नाकाम होने का आरोप लगाया है।

राजस्थान में पेपर लीक के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं, अब एक नया पेपर लीक का मामला सामने आने से खलबली मची हुई है। हाल ही में राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय, जयपुर के बीएससी नर्सिंग पाठ्यक्रम के दूसरे और तीसरे सेमेस्टर की परीक्षा इस महीने के अंतिम सप्ताह में होनी थी। लेकिन प्रश्न-पत्र लीक होने की सूचना के बाद इन परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया और साथ ही यूनिवर्सिटी प्रशासन ने जांच के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी भी गठित की है। इस मामले में अनुसंधान के लिए एफआईआर भी दर्ज करवा हो गई है।
टीकाराम जूली ने प्रदेश सरकार पर साधा निशाना
प्रदेश में फिर से पेपर लीक मामले पर राजनीति भी शुरू हो गई है। विपक्ष इस मामले पर सरकार पर जमकर निशाना साध रहा है। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने बीएससी नर्सिंग पेपर लीक मामले पर अपने सोशल मीडिया से प्रतिक्रिया दी है।
उन्होंने अपने एक्स पर पोस्ट किया कि राजस्थान में आरयूएचएस (राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय) के बीएससी नर्सिंग पेपर लीक की घटना ने सरकार और प्रशासन की असफलता को उजागर कर दिया है। यह घटना न केवल शिक्षा प्रणाली की खामियों को दिखाती है, बल्कि लाखों मेहनती छात्रों के सपनों को भी तोड़ती है।
टीकाराम जूली ने प्रदेश सरकार को याद दिलाए पुराने वादे
टीकाराम जूली ने इस मामले पर भजनलाल सरकार को पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने सत्ता में आने से पहले पारदर्शिता और शिक्षा सुधार जैसे कई बड़े वादे किए थे, लेकिन वह अब युवाओं के भविष्य को सुरक्षित रखने में पूरी तरह से फेल हो गए हैं। हर बार पेपर लीक जैसी घटना से साबित होता है कि इस सरकार का काम केवल दिखावे और प्रचार तक ही सीमित है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं इस घटना की कड़ी निंदा करता हूं और सरकार से दोषियों की पहचान कर सख्त कार्रवाई करने की मांग करता हूं। यह सिर्फ पेपर लीक का मामला नहीं है, बल्कि युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। राजस्थान के छात्रों और उनके परिवार का सवाल है कि कब तक भाजपा सरकार ऐसी घटनाओं के लिए आंखें बंद करे रहेगी। जनता को इसका जवाब चाहिए, और अब सरकार इससे बच नहीं सकती है। युवाओं के भविष्य को बचाने के लिए हमको मिलकर लडऩा होगा।