मुंबई हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा को मिला वकील, पीयूष सचदेवा करेंगे कोर्ट में बचाव
Tahawwur Rana Lawyer: तहव्वुर राणा को भारत में मिला कानूनी प्रतिनिधि, दिल्ली के वकील पीयूष सचदेवा करेंगे बचाव। जानिए पूरी कोर्ट प्रक्रिया और सुरक्षा व्यवस्था।

मुंबई आतंकी हमलों का एक अहम चेहरा तहव्वुर हुसैन राणा आखिरकार भारत लाया जा चुका है। अमेरिका से भारत लाए गए राणा को दिल्ली एयरपोर्ट पर उतारते ही सुरक्षा घेरे में पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया। आतंकी साजिशों का आरोप झेल रहे इस शख्स ने कोर्ट के सामने कहा कि उसके पास वकील नहीं है—एक ऐसा पल जिसने न्याय व्यवस्था की गंभीरता और संवेदनशीलता को फिर से सामने ला खड़ा किया।
कोर्ट के निर्देश पर दिल्ली विधिक सेवा प्राधिकरण (DLSA) ने पीयूष सचदेवा को राणा का कानूनी प्रतिनिधि नियुक्त किया। पीयूष सचदेवा दिल्ली में एक अनुभवी क्रिमिनल लॉयर हैं, जिनके पास कई जटिल मामलों को संभालने का अनुभव है। उन्हें यह जिम्मेदारी इसलिए सौंपी गई क्योंकि भारतीय संविधान हर आरोपी को निष्पक्ष सुनवाई और कानूनी सहायता का अधिकार देता है—चाहे वह कितना ही गंभीर अपराध क्यों न हो।
लेकिन यह सवाल कई लोगों के मन में उठता है—क्या एक आतंकी को भी वकील मिलना चाहिए? भारतीय लोकतंत्र का जवाब है: हां। न्याय प्रणाली की सबसे बड़ी खूबी यही है कि वह भावना या भावुकता में बहकर नहीं, कानून के दायरे में फैसले करती है।
सुनवाई के दौरान NIA की ओर से सीनियर वकील दयान कृष्णन और विशेष लोक अभियोजक नरेंद्र मान ने अपना पक्ष रखा। दूसरी ओर, सचदेवा अब तहव्वुर राणा के लिए अदालत में तर्क प्रस्तुत करेंगे। राणा को 18 दिन की NIA हिरासत में भेज दिया गया है, जबकि एजेंसी ने 20 दिन की मांग की थी।
सुनवाई के समय सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी थी। कोर्ट परिसर में मीडिया और आम जनता के प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी। राणा को SWAT टीम और बख्तरबंद वाहनों के साथ लाया गया—यह दिखाता है कि मामला कितना संवेदनशील है।