Trendingट्रेंडिंग
विज़ुअल स्टोरी

Trending Visual Stories और देखें
विज़ुअल स्टोरी

महिला दिवस पर राजस्थान की थावरी देवी की कहानी, गांव में उजाला करने के लिए 6 महीने तक ली ट्रेनिंग फिर कर दिया कमाल!

राजस्थान के सिरोही जिले निचलागढ़ ग्राम पंचायत की वेराफली गांव से आईं थावरी देवी को देश के तमाम आला नेताओं से भी सराहना प्राप्त कर चुकी हैं। थावरी देवी की इस प्रेरणादायक पहल को राष्ट्रीय स्तर पर भी सराहना मिली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें एक विशेष कार्यक्रम में सम्मानित किया, जहां राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और राज्यपाल भी उपस्थित थे।

महिला दिवस पर राजस्थान की थावरी देवी की कहानी, गांव में उजाला करने के लिए 6 महीने तक ली ट्रेनिंग फिर कर दिया कमाल!

देशभर में आज महिला सशक्तिकरण की खूब धूम रही। तमाम सेलिब्रिटीज से लेकर मध्यम दर्जे के लोगों ने भी इस खास दिन को सेलिब्रेट किया। महिलाओं के योगदान को सराहा गया, तो साथ ही महिलाओं के लिए तरह-तरह के खेल काफी पॉपुलर हुए। लेकिन इस दौरान राजस्थान की थावरी देवी का नाम भी चर्चा में रहा। उनकी मिशाल आज सिर्फ राजस्थान के लोग ही नहीं दे रहे, बल्कि पूरे देश में उनका नाम काफी आदर से लिया जा रहा है।

थावरी देवी ने रोशन कर दिया गांव

राजस्थान के सिरोही जिले के निचलागढ़ ग्राम पंचायत की वेराफली गांव की रहने वाली आदिवासी महिला थावरी देवी ने अपने क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाया है। जिस काम को सरकारें सालों तक नहीं कर पाईं, उसे इस जुझारू महिला ने अपने संकल्प और मेहनत से कर दिखाया। थावरी देवी ने अपने गांव और आसपास के क्षेत्रों में सौर ऊर्जा के माध्यम से रोशनी पहुंचाने का बीड़ा उठाया। पहले जहां पूरे गांव में अंधेरा पसरा रहता था। वहीं अब 150 से अधिक घरों में सोलर सिस्टम लगाकर उजाला कर दिया है।

पहले 6 महीने तक लिया प्रशिक्षण ताकि गांव कर सके रोशन

जानकारी के मुताबिक, निचलागढ़ और आसपास के आदिवासी इलाकों में लंबे समय से बिजली की समस्या बनी हुई थी। बिजली की कमीं के चलते लोग अंधेरे में रहने को मजबूर थे। जिससे बच्चों की पढ़ाई, गर्मी में राहत और जंगली जानवरों से सुरक्षा जैसी कई समस्याएं बनी हुई थीं। इस चुनौती को स्वीकार करते हुए थावरी देवी ने एक स्वयंसेवी संस्था से 6 महीने का सोलर सिस्टम प्रशिक्षण लिया और अपने गांव में सोलर पैनल लगाने की शुरुआत की। आज उनकी मेहनत से न केवल घरों में रोशनी आई है, बल्कि यदि किसी उपकरण में कोई समस्या आती है, तो उसकी मरम्मत का कार्य भी वह खुद ही करती हैं।

नेताओं ने भी थावरी देवी के काम को सराहा

राजस्थान के सिरोही जिले निचलागढ़ ग्राम पंचायत की वेराफली गांव से आईं थावरी देवी को देश के तमाम आला नेताओं से भी सराहना प्राप्त कर चुकी हैं। थावरी देवी की इस प्रेरणादायक पहल को राष्ट्रीय स्तर पर भी सराहना मिली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें एक विशेष कार्यक्रम में सम्मानित किया, जहां राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और राज्यपाल भी उपस्थित थे। थावरी देवी आदिवासी क्षेत्र की महिलाओं के लिए सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता की मिसाल बन चुकी हैं, जिन्होंने ये सिद्ध कर दिया कि सच्ची इच्छाशक्ति से असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है।