‘जो जिम्मेदारी...मैं पूरी निष्ठा से...’ Shivani Dayama ने संभाली Bharatpur की कमान, बीजेपी में महिलाओं के लिए नया अध्याय
Rajasthan News : शिवानी दायमा ने जिलाध्यक्ष बनने के बाद कहा, "जो जिम्मेदारी मुझे दी गई है, उसे मैं पूरी निष्ठा और मेहनत से निभाऊंगी।" इस बयान ने साफ कर दिया कि वे पार्टी के हर कार्यकर्ता के साथ मिलकर संगठन को मजबूत करने के लिए तैयार हैं।

Rajasthan News : राजस्थान बीजेपी में इन दिनों संगठनात्मक नियुक्तियों का दौर चल रहा है और इस बार पार्टी ने इतिहास रचते हुए भरतपुर जिले का जिलाध्यक्ष पद एक महिला को सौंपा है। शिवानी दायमा, जिन्होंने पार्टी के मंडल अध्यक्ष से लेकर अन्य पदों पर अपनी ताकत दिखाई, अब भरतपुर जिले की कमान संभालने वाली हैं।
भरतपुर में पहली महिला जिलाध्यक्ष
पार्टी में ये बदलाव बेहद खास है क्योंकि पहली बार भरतपुर जिले का जिलाध्यक्ष पद एक महिला को सौंपा गया है। अब तक इस पद पर केवल पुरुष नेता ही काबिज होते आए थे। शिवानी दायमा ने इस पद के लिए अपना नाम इसलिए नहीं वापस लिया क्योंकि उनके पक्ष में पार्टी के सभी दावेदारों का समर्थन मिला। कुल 9 दावेदार थे, लेकिन शनिवार को बाकी सभी ने अपने नाम वापस ले लिए, और शिवानी को पार्टी की ओर से ये जिम्मेदारी दी गई।
‘मैं पूरी निष्ठा से काम करूंगी’
शिवानी दायमा ने जिलाध्यक्ष बनने के बाद कहा, "जो जिम्मेदारी मुझे दी गई है, उसे मैं पूरी निष्ठा और मेहनत से निभाऊंगी।" इस बयान ने साफ कर दिया कि वे पार्टी के हर कार्यकर्ता के साथ मिलकर संगठन को मजबूत करने के लिए तैयार हैं।
बीजेपी में परिवारवाद का नारा खत्म
चुनाव प्रभारी शंकरसिंह राजपुरोहित ने कहा कि बीजेपी एक "परिवारवादी पार्टी नहीं, बल्कि एक बड़ा परिवार" है, और उनका लक्ष्य यही है कि हर कार्यकर्ता को समय पर उसका उचित इनाम मिले। अब जब शिवानी दायमा जैसे नए चेहरों को जिम्मेदारी दी जा रही है, तो पार्टी के अंदर बदलाव की हवा और तेज हो सकती है।
पार्टी में नया जोश और ऊर्जा
ये बदलाव न केवल महिलाओं के लिए प्रेरणादायक है, बल्कि पूरे पार्टी संगठन में नया जोश और ऊर्जा लाने वाला साबित हो सकता है। भरतपुर जिले की कमान शिवानी दायमा के हाथों में है, तो ये साफ है कि बीजेपी अब महिला नेतृत्व को भी पूरी गंभीरता से जगह दे रही है।
बदलाव का संदेश
शिवानी दायमा की नियुक्ति ने ये साफ संदेश दिया है कि बीजेपी में अब हर कार्यकर्ता को मौका मिलेगा, चाहे वो पुरुष हो या महिला। पार्टी अब केवल पारंपरिक नेताओं के बजाय नए और प्रेरणादायक चेहरों को भी जिम्मेदारी दे रही है, जो पार्टी को नई दिशा और ताकत देने में सहायक साबित होंगे।