Mahakumbh में जोधपुर वाले सैनाचार्य अचलानंद गिरी जी का 'अमृत स्नान', संगम तट पर तब बना महारिकॉर्ड!
प्रयागारज में महाकुंभ का अमृत स्नान मकर संक्रांति से शुरू हो गया है। इस मौके पर जोधपुर से पहुंचे सैनाचार्य अचलानंद गिरी महाराज ने महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाई।
मकर संक्रांति के पावन अवसर पर महाकुंभ में पहला अमृत स्नान हुआ था, इस महाकुंभ के पहले दिन से ही संगम तट पर गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर पावन जल में आस्था की डुबकी लगाने के लिए करोड़ों की तादाद में श्रद्धालु, साधु-संत और धर्मगुरू पहुंच रह हैं ।
सैनाचार्य अचलानंद गिरी जी महाराज ने लगाई आस्था की डुबकी
इस पावन अवसर पर जोधपुर से प्रयागराज पहुंचे सैनाचार्य अचलानंद गिरी जी महाराज ने सैकड़ों भक्तों के साथ आस्था की डुबकी लगाई। उन्होंने स्नान करने के साथ ही देश की सुख-समृद्धि की भी कामना की है।
जूना अखाड़े में की पूजा
बता दें कि सैनाचार्य अचलानंद गिरी जी महाराज सबसे पहले अपने आश्रम से बड़ी तादाद में मौजूद भक्तों के साथ अमृत स्नान के लिए रवाना हुए। इसके बाद उन्होंने जूना अखाड़े में इष्ट देव और अखाड़े के निशानों की पूजा भी की ।
भव्य शोभायात्रा निकाली गई
पूजा के बाद एक भव्य शोभायात्रा भी निकाली गई। जिसमें मौजूद साधु-संत तिलक-शृंगार और भस्म लगाए हुए थे। उनकी इस शोभायात्रा को देख हर कोई रोमांचित हो रहा था। इस शोभायात्रा में अखाड़े का ध्वज, घोड़ों पर नगाड़े बजाते साधु-संत, देवोंकी पालकियों के साथ महामंडलेश्वर और अखाड़े के पदाधिकारियों के रथ चल रहे थे।
सैकड़ों श्रद्धालुओं ने किया स्नान
इस दौरान दादा दरबार सिद्धनाथ के महंत कंचन गिरी महाराज और तमाम संत भी मौजूद थे, जिन्होंने अमृत स्नान किया। सैनाचार्य अचलानंद गिरी जी महाराज के साथ सैकड़ों श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान में हिस्सा लिया।
प्रतिनिधि रघुवीर सिंह भदावत ने दी जानकारी
सैनाचार्य अचलानंद गिरी जी महाराज के प्रतिनिधि रघुवीर सिंह भदावत ने बताया कि शोभायात्रा में समाजसेवी सुरेश बुगालिया, वसंत पंडित, सागर कंवर, डॉक्टर गोपाल चौधरी, बिलाड़ा विधायक अर्जुन लाल गर्ग, शिवम रतनू, अमिताभ चित्रकूट, अभय महाजन, हरीश बिश्नोई, कुलदीप सुरपुरा, दिनेश (अचलनाथ मंदिर), नरेंद्र पवार, श्याम बाबू, रमेश तिवारी, बाबू सेन, महेश सैन (कोटा), गौरव बागड़ी, मोती सेन, अनूपाराम सेन, अमृतलाल गिरधारी आदि सैकड़ों भक्त शामिल थे।
उन्होंने कहा कि इन सैकड़ों भक्तों ने सैनाचार्य अचलानंद गिरी जी महाराज के साथ अमृत स्नान किया । महाकुंभ का यह अमृत स्नान दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन महाकुंभ मेले के पहले अमृत स्नान के रूप में इतिहास में दर्ज किया गया है।