सीकर के टोल प्लाज़ा पर जेब पर बढ़ा बोझ, NHAI और RSRDC ने बढ़ाई टोल दरें, अब हर सफर थोड़ा और महंगा
सीकर जिले के टोल प्लाजा पर NHAI और RSRDC ने टोल दरों में 5 से 15 रुपये की बढ़ोतरी की है, जिससे अब हर वाहन चालकों को पहले से अधिक भुगतान करना होगा।

सीकर जिले से गुजरने वाले यात्रियों और वाहन चालकों के लिए एक नई चिंता जुड़ गई है। अब जब भी आप टोल पार करेंगे, आपकी जेब से पहले से ज्यादा रुपये निकलेंगे। NHAI और RSRDC ने टोल दरों में संशोधन करते हुए टैक्स बढ़ा दिया है। नए रेट लागू होने के बाद हर वर्ग के वाहनों को 5 से 15 रुपये अधिक भुगतान करना पड़ेगा।
सीकर जिले के अखैपुरा और रसीदपुरा टोल प्लाजा पर यह बदलाव सीधे तौर पर महसूस हो रहा है। यहां से गुजरने वाले वाहनों को अब अधिक शुल्क देना होगा। टोल मैनेजर सुशील चौधरी के अनुसार, कार और जीप चालकों को अब 70 की बजाय 75 रुपये देने होंगे। मिनी बस और हल्के वाणिज्यिक वाहनों के लिए यह शुल्क 115 से बढ़कर 120 रुपये हो गया है।
बड़े वाहनों की बात करें तो बस और ट्रकों के लिए अब 240 की बजाय 250 रुपये, एक्सल वाहनों के लिए 265 से 275, और चार से छह एक्सल वाहनों को 390 रुपये चुकाने होंगे। सात या अधिक एक्सल वाले भारी वाहनों को अब 475 रुपये का भुगतान करना होगा, जो पहले 460 था।
टोल मैनेजर ने यह भी स्पष्ट किया कि ये सभी दरें एकतरफा यात्रा के लिए लागू हैं और बिना फास्टटैग वाले वाहनों को अब दोगुना शुल्क देना पड़ेगा।
सीकर जिले में NHAI के दो टोल प्लाजा ही नहीं, बल्कि कुल छह टोल नाके हैं—दूजोद, दादिया, सेवद, चला और भूमा, जहां यह बढ़ोतरी लागू की गई है।
इस बढ़ोतरी से सबसे ज्यादा असर उन लोगों पर पड़ेगा जो रोज़ाना या सप्ताह में कई बार इन रास्तों से आते-जाते हैं। भले ही राशि प्रतीक रूप में कम लगे, लेकिन लगातार सफर करने वालों के लिए यह बोझिल अनुभव साबित हो सकता है।
हालांकि प्रशासन का कहना है कि टोल दरों में यह बढ़ोतरी वार्षिक समीक्षा के तहत की गई है और इसका मकसद सड़क रखरखाव की लागत को संतुलित करना है। मगर आम लोगों के लिए हर बार का सफर अब थोड़ा और महंगा हो गया है।