गांधी परिवार को आ रही सचिन पायलट की याद ! क्या खत्म हो गया वनवास ?
राजस्थान की राजनीति का बड़ा नाम और बड़े कांग्रेसी नेताओं में से एक सचिन पायलट का वनवास खत्म हो गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि दिल्ली में वो पार्टी के कामों को इस वक्त देख रहे हैं।

दिल्ली में विधानसभा के चुनाव हैं। तमाम पार्टियां इस वक्त जोर-शोर से प्रचार में जुटी हैं। बड़े-बड़े नेता अपनी पार्टी के लिए माहौल बना रहे हैं। लेकिन कांग्रेस के लिए नई मुसीबत सामने आ गई है। दरअसल कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की सेहत इस वक्त ठीक नहीं बताई जा रही है। यही वजह है कि उन्होंने मुस्तफाबाद में चुनावी रैली को रद्द कर दिया है। राहुल शहजादा बाग में भी चुनावी जनसभा को संबोधित नहीं कर सके थे। लेकिन उन्होंने एक संदेश के जरिए लोगों से कांग्रेस के पक्ष में वोट करने की अपील की थी। वहीं अब 24 जनवरी को मादीपुर में उनकी रैली होनी है। लेकिन संशय बना हुआ है कि वो इसमें हिस्सा लेंगे या नहीं।
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने दी जानकारी
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने जानकारी दी है कि राहुल बीमार है। डॉक्टर ने उन्हें अभी आराम करने की सलाह दी है। जिस वजह से उन्होंने मुस्तफाबाद मे रैली नहीं की। 5 फरवरी को दिल्ली में वोटिंग है।
चुनावी रण में ताकत झोंकेगे दिग्गज
सूत्रों ने जानकारी दी है कि बचे दिनों में कांग्रेस की ओर से पूरी ताकत झोंकी जाएगी। दिल्ली में कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी, सचिन पायलट, अशोक गहलोत और कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जुटेंगे।
सचिन संभालेंगे कमान !
राहुल गांधी की तबियत ठीक नहीं है। अशोक गहलोत भी स्वास्थ कारणों के चलते सक्रिय नहीं हो पा रहे हैं। कमलनाथ और भूपेश बघेल भी विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद से नदारद हैं। लेकिन इस समय पायलट खेमे में उत्साह दिख रहा है। दिल्ली में सचिन पायलट कमान संभाले हैं। कांग्रेस के नए कार्यालय के उद्घाटन का मौका हो या घोषणा पत्र को जारी करना हो, पायलट राहुल गांधी के साथ ही दिखे हैं। जिस तरह से राजस्थान में विधानसभा चुनाव के दौरान सचिन की सक्रियता का फायदा पार्टी को मिला था, वहीं अब उनसे दिल्ली को लेकर भी उम्मीदें की जाने लगी हैं।
राष्ट्रीय स्तर पर पायलट को मिलेगी बड़ी जिम्मेदारी !
राजस्थान के साथ-साथ जिस तरह से पायलट दिल्ली में सक्रिय हैं, उसे देखते हुए उम्मीद की जा रही है कि शायद उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी मिलने वाली है। हाल ही में सोनिया गांधी के दिवंगत निजी सचिव माधवन को लेकर आयोजित कार्यक्रम में भी सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ सचिन पायलट नजर आए थे। सोनिया और राहुल के साथ उनकी तस्वीर ने भी काफी चर्चाएं बंटोरी थीं।
इसके साथ ही चर्चाएं तब भी हुई थीं जब दिल्ली चुनाव को लेकर स्टार प्रचारकों की लिस्ट लेटरपैड पर चुनाव आयोग को भेजी गई थी। इस लिस्ट में सचिन पायलट के हस्ताक्षर थे, जबकि नामों की सिफारिश संगठन के महासचिव करते हैं।