Republic Day 2025: 5000 आर्टिस्ट, 31 झांकियां...कर्तव्य पथ पर भारत का अद्भुत शक्ति प्रदर्शन
Republic Day 2025 Parade: गणतंत्र दिवस परेड की शुरुआत सुबह 10:30 बजे होगी और यह कार्यक्रम करीब 90 मिनट तक चलेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. इसके बाद कर्तव्य पथ पर परेड का आयोजन होगा. परंपरा के अनुसार, राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा, जिसके बाद राष्ट्रीय गान के दौरान 21 तोपों की सलामी दी जाएगी.

Republic Day 2025 Parade Highlights:भारत का 76वां गणतंत्र दिवस समारोह इस वर्ष कई नए और ऐतिहासिक आयाम लेकर आ रहा है. कर्तव्य पथ पर होने वाला यह आयोजन संविधान के 75 साल और जन भागीदारी की थीम पर आधारित है. राष्ट्रपपति द्रौपदी मुर्मू इस समारोह की अध्यक्षता करेंगी, जबकि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रभोवो सुबियांतो बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे.
परेड का कार्यक्रम
गणतंत्र दिवस परेड की शुरुआत सुबह 10:30 बजे होगी और यह कार्यक्रम करीब 90 मिनट तक चलेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. इसके बाद कर्तव्य पथ पर परेड का आयोजन होगा. परंपरा के अनुसार, राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा, जिसके बाद राष्ट्रीय गान के दौरान 21 तोपों की सलामी दी जाएगी.
तीनों सेनाओं की संयुक्त झांकी:
पहली बार, भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना की संयुक्त झांकी परेड का हिस्सा बनेगी. यह झांकी तीनों सेनाओं के बीच एकता और समन्वय को प्रदर्शित करेगी.
‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ की थीम
गणतंत्र दिवस परेड में 31 झांकियां भारत की सांस्कृतिक विविधता, एकता और विकास को प्रदर्शित करेंगी.
5000 कलाकारों का प्रदर्शन:
भारत की विभिन्न नृत्य शैलियों और कला रूपों को 5000 से अधिक कलाकारों द्वारा प्रदर्शित किया जाएगा. 300 सांस्कृतिक कलाकार ‘सारे जहां से अच्छा’ गाने पर भारतीय वाद्ययंत्रों के साथ प्रस्तुति देंगे. समारोह के दौरान, हेलीकॉप्टर से फूलों की वर्षा कर परेड का स्वागत किया जाएगा. इस वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह में 10,000 खास मेहमानों को आमंत्रित किया गया है.
इन मेहमानों में जलवायु कार्यकर्ता, शहीद सैनिकों के परिवार और सरकारी योजनाओं के लाभार्थी शामिल हैं.
खासतौर से, वे लोग जिन्होंने ‘स्वर्णिम भारत’ के निर्माण में योगदान दिया है, उन्हें भी आमंत्रित किया गया है. इस गणतंत्र दिवस पर भारत न केवल अपनी सैन्य क्षमता का प्रदर्शन करेगा, बल्कि सांस्कृतिक विविधता और विरासत का भी अद्भुत संगम प्रस्तुत करेगा..