धर्म और राजनीति को अलग रखना चाहिए : सचिन पायलट, महाकुंभ पर सियासत बेमानी, आस्था का सम्मान जरूरी
Sachin Pilot on Mahakumbh Politics : प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में शामिल होने को लेकर पूछे गए सवाल पर पायलट ने कहा, "हर व्यक्ति की अपनी निजी आस्था होती है। इसका दिखावा नहीं होना चाहिए और न ही इस पर राजनीति होनी चाहिए।

Sachin Pilot on Mahakumbh Politics : जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल (JLF) में शिरकत करने पहुंचे राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने महाकुंभ को लेकर हो रही राजनीति पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने साफ कहा कि महाकुंभ पूरी तरह से व्यक्तिगत आस्था का विषय है और इसे राजनीति से जोड़ना उचित नहीं।
महाकुंभ पर सचिन पायलट का रुख
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में शामिल होने को लेकर पूछे गए सवाल पर पायलट ने कहा, "हर व्यक्ति की अपनी निजी आस्था होती है। इसका दिखावा नहीं होना चाहिए और न ही इस पर राजनीति होनी चाहिए। हमारे संविधान ने हर नागरिक को अपने धर्म और आस्था का पालन करने की स्वतंत्रता दी है।"
JLF में भागीदारी और जयपुर का गौरव
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में अपनी उपस्थिति को लेकर पायलट ने कहा कि वो हर साल इस आयोजन में आते हैं और इसे जयपुर के लिए गर्व का विषय मानते हैं। उन्होंने कहा, "JLF एक ऐसा मंच है, जहां दुनिया भर के साहित्य, संस्कृति और विचारों का आदान-प्रदान होता है। यहां हर विषय पर खुलकर बातचीत होती है, भले ही मतभेद हों, लेकिन संवाद जरूरी है।"
सांस्कृतिक आयोजनों को बढ़ावा देने की अपील
सचिन पायलट ने जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि ऐसे आयोजन न केवल साहित्य और संस्कृति को समृद्ध करते हैं बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा देते हैं। उन्होंने स्थानीय लोगों से इस महोत्सव को और भव्य बनाने में सहयोग करने की अपील की।
राजनीति से परे आस्था का सम्मान जरूरी
महाकुंभ को लेकर हो रही बयानबाजी पर निशाना साधते हुए पायलट ने दोहराया कि धर्म और आस्था व्यक्तिगत विषय हैं और इनका राजनीतिक इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश की विविधता और सहिष्णुता को बनाए रखना सभी की जिम्मेदारी है।