Rajasthan Weather: मार्च में ही झुलसाने लगी धूप, राजस्थान में तापमान तेजी से बढ़ा!
Rajasthan Weather: राजस्थान में गर्मी बढ़ने लगी है, लेकिन कुछ इलाकों में हल्की बारिश की संभावना जताई गई है. बाड़मेर में तापमान 35.5°C दर्ज किया गया, जबकि सीकर सबसे ठंडा (10.5°C) रहा. पश्चिमी विक्षोभ के चलते बीकानेर, जयपुर और भरतपुर संभागों में बूंदाबांदी और तेज हवाओं की उम्मीद है, लेकिन 21 मार्च के बाद तापमान फिर से 2-3 डिग्री तक बढ़ने की संभावना है. जानिए राजस्थान के मौसम का पूरा हाल और गर्मी से बचने के उपाय.

Rajasthan Weather: राजस्थान में मार्च का महीना धीरे-धीरे अपनी गर्मी का रंग दिखाने लगा है. दिन में चिलचिलाती धूप और रात में हल्की ठंडक – यह मिला-जुला मौसम प्रदेशभर के लोगों को महसूस हो रहा है. हालांकि, बीते दो-तीन दिनों में तापमान में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई, लेकिन यह राहत ज्यादा दिन टिकने वाली नहीं है. आने वाले दिनों में तापमान फिर से चढ़ने वाला है, वहीं कुछ इलाकों में हल्की बारिश भी हो सकती है.
मंगलवार को राज्य में सबसे अधिक तापमान बाड़मेर में 35.5 डिग्री दर्ज किया गया, जो कि सामान्य से 0.9 डिग्री कम था. दूसरी ओर, अगर सुबह के समय ठंडक की बात करें, तो सीकर सबसे ठंडा रहा, जहां न्यूनतम तापमान 10.5 डिग्री तक पहुंच गया.
हालांकि, यह राहत ज्यादा दिन नहीं टिकेगी. मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में तापमान में बढ़ोतरी की संभावना जताई है. इसका मतलब है कि राजस्थान में गर्मी की असली परीक्षा अब शुरू होने वाली है.
हल्की बारिश से थोड़ी राहत संभव
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसार, एक नया पश्चिमी विक्षोभ राजस्थान के उत्तरी इलाकों को प्रभावित कर सकता है. इसके चलते 20 मार्च को बीकानेर, जयपुर और भरतपुर संभागों में कहीं-कहीं हल्की बारिश और तेज हवाओं की संभावना है.
यह बारिश ज्यादा देर तक नहीं टिकेगी, लेकिन इससे थोड़ी ठंडक जरूर महसूस की जाएगी. खासतौर पर किसान और मजदूर वर्ग के लिए यह राहत भरी खबर होगी, क्योंकि तेज गर्मी और धूलभरी हवाओं से उन्हें थोड़ी निजात मिलेगी.
तापमान में फिर आएगी तेजी
अगर आप सोच रहे हैं कि बारिश के बाद राहत मिलेगी, तो ऐसा नहीं है. मौसम विभाग के अनुसार, 21 मार्च के बाद मौसम शुष्क रहने की संभावना है, और अधिकतम तापमान 2 से 3 डिग्री तक बढ़ सकता है. यानी आने वाले दिनों में गर्मी और बढ़ने वाली है, और राजस्थान के कई हिस्सों में तापमान 38-40 डिग्री तक पहुंच सकता है.
गर्मी बढ़ते ही बदलने लगे हालात
मार्च में ही बढ़ती गर्मी ने लोगों की दिनचर्या को प्रभावित करना शुरू कर दिया है. दोपहर के वक्त बाज़ारों में भीड़ कम होने लगी है, स्कूल से लौटते बच्चे पसीने से लथपथ नजर आ रहे हैं और लोग अब धीरे-धीरे गर्मी से बचाव के पारंपरिक तरीके अपनाने लगे हैं – कहीं आम का पना बनने लगा है, तो कहीं मटके का ठंडा पानी फिर से इस्तेमाल में आने लगा है.
ग्रामीण इलाकों में दोपहर की चिलचिलाती धूप में बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है, तो शहरों में भी लोग अब शाम ढलने के बाद ही खरीदारी या घूमने निकल रहे हैं.