Rajasthan Weather Update: गर्मी से झुलस रहे प्रदेश में बारिश की संभावना, लेकिन है गर्मी का रेड अलर्ट, जानिए मौसम रिपोर्ट
कमजोर पश्चिम विक्षोभ के कारण 16-17 अप्रैल को राज्य के कुछ भागों में दोपहर के बाद बादलों में गर्जन और आंधी के साथ बूंदाबांदी की संभावना है। साथ ही गर्मी को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है।

राजस्थान में मौसम एक बार फिर से करवट लेने वाला है। बेहद गर्मी के बाद अब बारिश के आसार नजर आ रहे हैं। कई जिलों में बारिश की बात कही गई है। मौसम विभाग ने क्या रिपोर्ट जारी की, किन जिलों में बारिश का अलर्ट है, जानिए...
आने वाले दिनों में कैसा रहेगा तापमान
अप्रैल की शुरुआत में राजस्थान में गर्मी कहर देखने को मिला। अब बाड़मेर में तो तापमान 45 डिग्री के पार पहुंच गया है। आने वाले दो दिन के दौरान प्रदेश के कुछ जिलों में गर्मी को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने पश्चिमी राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों में आने वाले 3-4 दिनों में तापमान 45-46 डिग्री दर्ज होने का अनुमान लगाया है। लेकिन ये बताया गया है कि गर्मी को लेकर रेड अलर्ट के बीच राजस्थान के कई इलाकों में राहत की बारिश का भी अनुमान है।
कैसा रहा है मौसम का हाल
मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में राजस्थान में सबसे अधिक तापमान बाड़मेर में 45 डिग्री के ऊपर दर्ज किया गया है, जोकि सामान्य से 6.4 डिग्री अधिक रहा है। पश्चिमी राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों में आगामी 3-4 दिनों में अधिकतम तापमान 45-46 डिग्री दर्ज होने और अनेक भागों में हीटवेव व कहीं-कहीं तीव्र हीटवेव व ऊष्णरात्री दर्ज होने की संभावना है। वहीं, पूर्वी राजस्थान के शेखावाटी क्षेत्र, जयपुर व भरतपुर संभाग के क्षेत्रों में भी 15-18 अप्रैल के दौरान कुछ भागों में अधिकतम तापमान 42-44 डिग्री दर्ज होने व कहीं-कहीं हीटवेव की संभावना है, जबकि पश्चिमी राजस्थान के कुछ जिले जैसे- बाड़मेर, बीकानेर, जैसलमेर और जोधपुर में गर्मी को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है।
पश्चिमी विक्षोभ के एक्टिव होने से पड़ेगा फर्क
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कमजोर पश्चमी विक्षोब के कारण 16-17 अप्रैल को राज्य के कुछ भागों में दोपहर के बाद बादलों में गर्जन और आंधी के साथ बूंदाबांदी की संभावना है। साथ ही गर्मी को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों में लू-तापघात के रोगियों के लिए कुछ बैड आरक्षित करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही अस्पताल में कूलर व शुद्ध पेयजल की व्यवस्था, संस्थान में रोगी के उपचार हेतु आपातकालीन किट और आवश्यक दवाइयां रखने के निर्देश दिए हैं।