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जयपुर में मार्च की दोपहरें अब झुलसाने लगी हैं, अप्रैल-जून तक गर्मी के तीखे तेवर और बढ़ेंगे

Rajasthan Weather Update: राजस्थान में मौसम ने गर्म रुख अपना लिया है। जयपुर सहित कई जिलों में तापमान तेजी से बढ़ रहा है। रविवार को जयपुर में 34.5 डिग्री और बाड़मेर में 39.5 डिग्री तापमान दर्ज हुआ। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में और गर्मी बढ़ने की चेतावनी दी है। 24 मार्च को बाड़मेर और जैसलमेर में तापमान 40 डिग्री पार कर सकता है। 

जयपुर में मार्च की दोपहरें अब झुलसाने लगी हैं, अप्रैल-जून तक गर्मी के तीखे तेवर और बढ़ेंगे

राजस्थान की फ़िज़ा इन दिनों बदली-बदली सी है। सर्द हवाओं की जगह अब तपती किरणें ले चुकी हैं। जयपुर में रविवार की दोपहर ने लोगों को पसीना-पसीना कर दिया। हवाओं में नमी गायब है और आसमान भी जैसे आग उगलने लगा हो। मौसम विभाग ने साफ कर दिया है कि ये तो बस शुरुआत है—असली गर्मी तो अप्रैल से जून के बीच अपना रंग दिखाएगी।

राज्य के पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर पड़ने के बाद जैसे मौसम ने करवट ली है। पिछले कुछ दिनों से साफ आसमान और शुष्क हवाओं के बीच तापमान धीरे-धीरे चढ़ने लगा है। जयपुर का अधिकतम तापमान 34.5 डिग्री तक पहुंच चुका है, जबकि न्यूनतम 11.4 डिग्री दर्ज किया गया। दिन की तपिश ने शहर के बाजारों को सुस्त कर दिया और लोग छांव की तलाश में इधर-उधर भटकते रहे।

राजस्थान में बढ़ती गर्मी से बेहाल होते दिन
राजस्थान के दूसरे जिलों में भी हालात कुछ कम नहीं। बाड़मेर सबसे गर्म रहा, जहां तापमान 39.5 डिग्री तक पहुंच गया। जैसलमेर, जोधपुर, कोटा और चित्तौड़गढ़ में भी गर्मी ने अपना असर दिखाया। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले कुछ दिनों में तापमान 2 से 3 डिग्री तक और बढ़ सकता है। खासतौर पर 24 मार्च को बाड़मेर और जैसलमेर में तापमान 40 डिग्री को पार कर सकता है।

ये बदलाव सिर्फ एक दिन की बात नहीं है। मार्च के अंत तक तापमान में लगातार बढ़ोतरी जारी रहेगी। अप्रैल से जून के बीच तेज लू और झुलसाने वाली गर्मी का असर पूरे प्रदेश में महसूस होगा। ला-नीना की वजह से मौसम में उतार-चढ़ाव बना रहेगा, और कहीं-कहीं हल्की बारिश या ओलावृष्टि भी हो सकती है। लेकिन इस राहत की बूंदों में गर्मी की चुभन छुपी रहेगी।

जयपुर के निवासी अब शाम होते ही ठंडी चीजों की तलाश में निकल पड़ते हैं। कोई गन्ने का रस पीता है, तो कोई फालसे के शिकंजी में सुकून ढूंढता है। पर मौसम की मार इतनी सीधी है कि छांव भी अब सुकून नहीं दे रही। लोगों की बातें अब सूरज की गर्मी से नहीं, उसकी नाराज़गी से होने लगी हैं। गर्मी का यह बढ़ता रुख न सिर्फ मौसम को बदल रहा है, बल्कि लोगों की दिनचर्या और मनोदशा को भी प्रभावित कर रहा है।