Trendingट्रेंडिंग
विज़ुअल स्टोरी

Trending Visual Stories और देखें
विज़ुअल स्टोरी

Rajasthan: 'मेरा भविष्य क्यों बर्बाद किया', छात्र ने शासन से दागे सवाल, देखें Video

भरतपुर के बृज विश्वविद्यालय में छात्र की डिग्री रद्द होने पर कुलपति से बहस।  राजस्थान में एसआई भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में सरकार की चुप्पी पर भी सवाल। छात्रों के भविष्य से हो रहा खिलवाड़ ? पढ़ें पूरी खबर 

Rajasthan: 'मेरा भविष्य क्यों बर्बाद किया', छात्र ने शासन से दागे सवाल, देखें Video

राजस्थान में इन दिनों सियासी हलचल तेज है। सरकार से युवा सवाल पूछ रहे कि आखिर कब भर्ती परीक्षा रद्द की जायेगी लेकिन अभी तक शासन मौन है। बीते दिनों हुई कैबिनेट बैठक में उम्मीद लगाई जा रही थी, सीएम कोई  फैसला ले सकते हैं लेकिन छात्रों को झटका लगा> फैसला तो दूर इस बारे में बातचीत तक नहीं हुई। जबकि मीडिया से बातचीत करते हुए भजनलाल सरकार में मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने भी कहा था, सबकुछ सीएम के हाथों में है। ऐसे में हर युवा पूछा रहा है आखिर सरकार छात्रों के भविष्य के लिए फैसला कब लेगी। भर्ती परीक्षा रद्द करने की युवा मांग कर रहे थे कि इसी बीच एक वीडियो सामने आया है। जहां, एक छात्र यूनिवर्सिटी के कुलपति को रोककर उनसे सवाल पूछते दिखाई दे रहा है। सबसे पहले आप ये वीडिय देखिए-

'डिग्री कैसिंल क्यों की'

जानकारी के अनुसार, पूरा मामला भरतपुर के महाराजा सूरजमल बृज यूनिवर्सिटी का है। जहां एक छात्र ने डिग्री कैसिंल होने पर कुलपति रमेशचंद्र को रास्ते में रोक लिया और उनसे पूछा आखिर मेरी डिग्री कैसिंल क्यों की गई। मेरे भविष्य से खिलवाड़ क्यों किया गया। वहीं, छात्र ने बताया कि बिन कारण उसकी डिग्री कैसिंल कर दी गई। कहा कई बार मुलाकात कर चुके हैं। आश्वासन भी दिये गये लेकिन अभी तक कुछ भी नहीं किया। मैंने राज्यपाल से भी मुलाकात की थी। आठ दिनों के अंदर जांच करने की बात कही गई पर सब कुछ ठंडे बस्ते में चला गया। 

अंधेरें में छात्रों का भविष्य !

बहरहाल, प्रदेश में छात्रों का हाल क्या है, ये हर कोई जानता है। एक तरफ भर्ती परीक्षा पर सरकार ने चुप्पी साध रखी है तो दूसरी तरफ इस तरह की घटनाएं विद्यार्थियों की दशा बयां करती हैं। छात्रों का भविष्य अधर में है। चाहे सरकार यो फिर सिस्टम हर जगह से उन्हें केवल निराशा हाथ लग रही है। बता दें, राजस्थान में इन दिनों एसआई भर्ती परीक्षा 2021 को रद्द करने की मांग जोर पकड़ रही है। एसओजी समेत पेपर लीक से जुड़ी कई कमेटियां पेपर रद्द करने की सिफारिश सरकार से कर चुकी हैं। बावजूद इसके अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं हुई।