राजस्थान की बेटियों का झुग्गियों से वीआईपी गैलरी तक का सफर, पीएम सराहना के बाद आया गणतंत्र दिवस का न्योता
राजस्थान की कच्ची बस्ती में रहने वाली इलायची, आसु, प्रियंका और मनीषा ने झुग्गियों से निकलकर अपनी मेहनत और लगन से प्रदेश का नाम ऊंचा किया है। ये बेटियां दिल्ली के गणतंत्र दिवस समारोह में वीआईपी गैलरी की मेहमान बनीं।

राजस्थान में हाउसिंग बोर्ड स्थित कच्ची बस्ती में रहने वाली कुछ बेटियों ने प्रदेश का नाम गर्व से ऊंचा कर दिया। इस बस्ती में खुले सिलाई केंद्र की बेटियों ने रविवार को दिल्ली के गणतंत्र दिवस समारोह की मेहमान बनी थीं। इन लड़कियों ने झुग्गी से निकलकर देश में अपनी अलग पहचान बनाई और इस समारोह के लिए उनको खास आमंत्रण मिला था। जिसके बाद श्रीकरणी पाठशाला के संचालक शैतानसिंह कविया की अगुआई में चार लड़कियों इलायची, आसु, प्रियंका और मनीषा बीते शनिवार को दिल्ली पहुंचे थे। इस गणतंत्र दिवस के समारोह में शामिल होने वाली ये लड़कियां दिल्ली में चार दिन की मेहमान बनेगी।
वीआइपी गैलरी से लिया परेड का लुत्फ
इस कार्यक्रम की चार दिवसीय यात्रा में कच्ची बस्ती की लड़कियों ने अलग- अलग कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। 26 जनवरी की परेड को उन लोगों ने वीआइपी गैलरी में बैठकर देखी। इस कार्यक्रम के बाद उनको दो दिन दिल्ली के कई फेमस जगहों में घुमाया जाएगा। वह सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के कार्यक्रम में भी शामिल होने वाली है। राजस्थान की ये लड़कियां पहले अमूमन कचरा बीनने या मांगने का काम करती थी।
इन लड़कियों को कौशल विकास के द्वारा रोजगार से जोड़ने के लिए जमनालाल बजाज आइटीआइ ने साल 2018 में करणी स्कूल में सिलाई प्रशिक्षण केंद्र की शुरूवात की थी। इसके अलावा निदेशक श्रवण थालौड़ ने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के द्वारा ब्यूटी पार्लर का कोर्स भी करवाया गया था।
पीएम मोदी ने भी इन लड़कियों का किया था जिक्र
इन लड़कियों ने सिलाई केंद्र और ब्यूटी पार्लर कोर्स करने के बाद उनके नाम की काफी चर्चा हुई। जिसके बारे में पीएम नरेंद्र मोदी तको पता चला और उन्होंने मई 2018 में अपनी मन की बात में इन बेटियों की सराहना की थी। इन लड़कियों ने पूरे प्रदेश को गर्वित किया है और अपनी खास पहचान बना ली है और अब पूरे देश को उनकी सफलताओं की कहानी सुनने को मिल रही है।