SI Paper Leak: किरोड़ी मीणा बनाम भजनाल सरकार, पोस्टिंग की ठुकराई मांग ! क्या करेंगे छात्र ? पढ़ें पूरी खबर
राजस्थान SI भर्ती परीक्षा रद्द मामले में सरकार ने 2021 के थानेदारों को पोस्टिंग देकर युवाओं की उम्मीद तोड़ दी है। जबकि इस फैसले के बाद अब हर किसी की निगाहें किरोड़ीलाल मीणा पर हैं। पढ़ें पूरी खबर।

राजस्थान में एसआई भर्ती परीक्षा रद्द मामले को लेकर सियासी पारा चढ़ा हुआ है। युवा भजनलाल सरकार से सवाल पूछ रहे हैं तो किरोड़ीलाल मीणा भी छात्रों के समर्थन में खड़े हैं लेकिन इसी बीच एक ऐसी खबर सामने आई। जिसने किरोड़ी बाबा को झटका दे दिया। गौरतलब है, मीणा लगातार भर्ती परीक्ष रद्द करने की मांग कर रहे थे। यहां तक उन्होने इस विषय को लेकर सीएम से मुलाकात भी थी लेकिन लगता है सरकार ऐसा कुछ करने के मूड में नहीं है। 31 दिसंबर को प्रदेश सरकार ने 2021 बैच के थानेदरों को पोस्टिंग देने का आदेश दिया। जिसके बाद ये साफ हो गया सरकार भर्ती रद्द नहीं करेगी।
युवाओं की उम्मीदों पर फिरा पानी
गौलतलब है, गलहोत सरकार के दौरान 2021 में हुई एसआई भर्ती परीक्षा में बड़े स्तर पर फर्जीवाड़े की खबर सामने आई थी। यहां तक भजनलाल सरकार द्वारा गठित की गई एसओजी ने पेपर रद्द की सिफारिश की थी लेकिन अभी तक ऐसा कुछ किया गया। वहीं, 2021 में तैनात थानेदारों को पोस्टिंग देकर सरकार ने युवाओं की आखिरी उम्मीद भी तोड़कर रखी दी है। मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान भी इस बारे में कोई चर्चा नहीं हुई।
क्या करेंगे किरोड़ीलाल मीणा ?
2023 के विधानसभा चुनाव में भर्ती लीक का मामला बीजेपी ने जोरों-शोरों से उछाला था। यहां तक किरोड़ीलाल मीणा ने छात्रों से वादा किया था, अगर बीजेपी सरकार आती है तो वह खुद इसे रद्द कराएंगे। वह हमेशा छात्रों के साथ खड़े दिखाई भी दिये हैं। जब उनके छोटे भाई उपचुनाव प्रचार में व्यस्त थे। उस वक्त किरोड़ीलाल मीणा टंकी पर चढ़े छात्रों से मिलने पहुंचे थे लेकिन भजनलाल सरकार ने उनके सारे सपनों पर पानी फेर दिया। इससे इतर मीणा असमंजस की स्थिति में है। उन्होंने बीते जुलाई महीने में इस्तीफा दे दिया था, हालांकि छह महीने बीत जाने के बाद भी अभी तक उनका इस्तीफा मंजूर नहीं हुआ है। इससे न तो वह खुलकर विरोध कर पा रहे हैं और न ही सरकार का समर्थन।
युवाओं का किरोड़ीलाला मीणा से सवाल
भजनलाल सरकार के इस फैसले के बाद युवाओं की सारी उम्मीदें टूट चुकी हैं। अब हर युवा किरोड़ीलाल मीणा से सवाल पूछा रहा है कि आखिर सबूतों, गुनाहगारों के होते हुए भी सरकार ने परीक्षा रद्द क्यों नहीं की। आखिर इसके पीछे की वजह क्या रही। बहरहाल, देखना होगा किरोड़ीलाला मीणा की आगे की रणनीति क्या होती है।