राजस्थान पुलिस ने 70 लाख में सरकारी नौकरी लगवाने वाले फर्जी IAS को दबोचा! इंटरव्यू लेकर बनाता था बेवकूफ, जानिए मामला
पुलिस का हमेशा ही कहना होता है कि किसी भी तरह के फ्रॉड से बचने के लिए पुलिस से संपर्क करें, तो सामने आया है कि ये केस रिटायर्ज अधिकारी ने दर्ज कराया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रिटायर्ड अधिकारी का भाई प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहा था।

राजस्थान में इन दिनों एक के बाद एक फर्जी अधिकारियों के मामले सामने आ रहे हैं। हाल ही में फर्जी पुलिस वाले के मामले ने सभी को हैरान किया था और अब फर्जी आईएएस का मामला संज्ञान में आया है। फर्जी आईएएस के मामले से सभी के कान खड़े कर दिए हैं, क्योंकि ढोंगी व्यक्ति लाखों की घूस लेकर सरकारी नौकरी लगवाने का वादा कर रहा था। अब जयपुर पुलिस ने इस फर्जी अधिकारी को धर-दबोचा है। क्या है पूरा मामला, जानिए....
सरकारी नौकरी के नाम पर 70 लाख ठगे
जयपुर पुलिस ने फर्जी आईएएस अधिकारी बनकर विधानसभा और सचिवालय में सरकारी नौकरी लगवाने वाले ठग को गिरफ्तार किया है। फर्जी अधिकारी बनकर ठगी करने वाले व्यक्ति ने 70 लाख रुपये की घूस मांगी। जिसके बाद ये मामला मुरलीपुरा थाना आया। इसके बाद आरोपी की तलाश करते हुए जयपुर पुलिस उत्तर प्रदेश पहुंची। जहां पर विशेष रुप से गठित की गई टीम ने फर्जी आईएएस बनने वाले शख्स को धर-दबोचा। विशेष टीम ने यूपी के आगरा के रहने वाले दीपक जैन उर्फ आरके अग्रवाल को डिटेन किया है। जिसके बाद अनुसंधान प्रकरण संख्या 350/23 धारा 420.406,407,408,471,201 व 120बी IPC में गिरफ्तार किया गया है।
रिटायर्ज फौजी की रिपोर्ट के बाद हुआ खुलासा
पुलिस का हमेशा ही कहना होता है कि किसी भी तरह के फ्रॉड से बचने के लिए पुलिस से संपर्क करें, तो सामने आया है कि ये केस रिटायर्ज अधिकारी ने दर्ज कराया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रिटायर्ड अधिकारी का भाई प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहा था। इस बीच वह अनिल कुमार मीणा के संपर्क में आया, इसके बाद उसने कमल किशोर मीणा उर्फ मोंटू मीणा और सुनित शर्मा से संपर्क करवाया जो मुरलीपुरा में परमहंस कॉलोनी में रहते थे। उन लोगों ने विधानसभा और सचिवालय में सरकारी नौकरी में बताते हुए अपनी ऊंची पहुंच से नौकरी लगाने का झांसा देकर 14 लड़कों से 70 लाख रुपये हड़प लिए। बात यहां पर ही खत्म नहीं हुई, विधानसभा के नाम पर फर्जी कॉल लेटर जारी कर धोखाधड़ी भी हुई।
एक-दो लोग नहीं पूरा गैंग था एक्टिव
विधानसभा में ऊंचे पद पर सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करने में एक या दो व्यक्ति नहीं शामिल थए। बल्कि पूरा गैंग ही इसमें एक्टिव था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गैंग का मुख्य सरगना सुनित शर्मा और मोन्टू मीणा था। इन लोगों ने इंटरव्यू लेने के लिए फर्जी आईएएस अधिकारी और फर्जी डॉक्टर को हायर किया था। गिरोह के सरगनाओं द्वारा प्रत्येक छात्र से 6-6 लाख रूपये परिवादी से कुल 70 लाख रूपये वसूल कर फर्जी कॉल लेटर जारी कर कथित आईएएस अधिकारी दीपक जैन उर्फ आरके अग्रवाल एवं डॉक्टर राजेन्द्र कुमार उर्फ रामलाल मीणा से मिलाया गया। पुलिस आगे मामले की जांच कर रही है।