दो सालों में बदल जाएगी सोनार फोर्ट की तस्वीर, सहूलियत के लिए 'प्रोजेक्ट सोनार' से IIT एक्टपर्ट्स करने वाले हैं ये काम!
जैसलमेर के सोनार दुर्ग में प्रोजेक्ट सोनार के तहत 50 करोड़ लगाए जाएंगे। जिससे विश्व धरोवर और जैसलमेर में पर्यटकों का आकर्षण सोनार दुर्ग और भी खूबसूरत हो जाएगा।

गोल्डन सिटी के नाम से मशहूर राजस्थान का जैसलमेर टूरिस्ट के लिए बेहद आकर्षण का केंद्र है। जैसलमेर का लिविंग फोर्ट यानी कि सोनार दुर्ग अब और भी खूबसूरत होने वाला है। पानी के रिसाव की समस्या को दूर करके दुर्ग को और भी खूबसूरत बनाने का जिम्मा आईआईटी एक्सपर्ट्स ने उठाया है।
प्रोजेक्ट सोनार के जरिए दुर्ग को मिलेगा नया लुक
जैसलमेर के सोनार दुर्ग में प्रोजेक्ट सोनार के तहत 50 करोड़ लगाए जाएंगे। जिससे विश्व धरोवर और जैसलमेर में पर्यटकों का आकर्षण सोनार दुर्ग और भी खूबसूरत हो जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिला प्रशासन और नगर परिषद ने विश्व विख्यात दुर्ग और उसके आसपास के क्षेत्र का ब्यूटीफिकेशन प्लान तैयार कर लिया है। जिससे 'प्रोजेक्ट सोनार' के तहत 50 करोड़ की लागत से दो साल में स्वर्णनगरी का नया लुक दिया जाएगा।
IIT एक्सपर्टस् ने उठाया इस समस्या के समाधान का जिम्मा
जैसलमेर दुर्ग में आने वाले टूरिस्ट की संख्या सालाना करीब 10 से 12 लाख होती है। जिसके चलते यहां के लिए वैकल्पिक रास्ते की जरूरत का जिक्र काफी समय से हो रहा था। अब वो समस्या भी दूर सकती है, जिससे अप्रिय घटना का खतरा भी कम होगा। सोनार दुर्ग की मौजूदा समय में सबसे बड़ी परेशानी पानी रिसाव है। इसके प्रयास अब तक विफल रहे हैं। लेकिन अब आईआईटी जोधपुर या फिर एमएनआईटी जयपुर के होनहार सीवरेज सिस्टम सुधारने पर काम करेंगे।
पानी के रिसाव की समस्या होगी खत्म
जानकारी के मुताबिक, प्रोजेक्ट सोनार के पहले चरण में सोनार दुर्ग व उसके आसपास के इलाके का सौंदर्याकरण किया जाएगा। इसके बाद गड़ीसर और अन्य क्षेत्रों में सौंदर्यीकरण के काम होंगे। आपको बता दें, जैसलमेर की 70-80 प्रतिशत जनता केवल पर्यटन पर निर्भर है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रोजेक्ट का मकसद है कि सैलानियों को किसी की तरह परेशानी ना झेलनी पड़े। सोनार दुर्ग में व्हीकल फ्री वैकल्पिक रास्ता, रिंग रोड और पार्किंग को हटाकर शिफ्ट करके वहां येलो स्टोन पाथ बनाया जाएगा।