राजस्थान में लू का तांडव, बाड़मेर में 56 साल बाद पारा चढ़ा 45.6°C, 3 दिन और झुलसाएगी गर्मी
Rajasthan Heatwave Alert: राजस्थान में तेज गर्मी का कहर, बाड़मेर में 56 साल बाद पारा 45.6°C पहुंचा। मौसम विभाग ने अगले 3 दिन के लिए हीटवेव अलर्ट जारी किया है। जानें कहां सबसे ज्यादा गर्मी का असर रहेगा।

राजस्थान में अब गर्मी ने अपनी असली तस्वीर दिखानी शुरू कर दी है। जैसे ही अप्रैल की शुरुआत हुई है, वैसे ही तापमान रिकॉर्ड तोड़ने लगा है। बाड़मेर, जैसलमेर और बीकानेर जैसे इलाकों में लू के थपेड़े चलने लगे हैं, और पारा 46 डिग्री के करीब पहुंच चुका है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो अगले तीन दिनों तक राहत की कोई उम्मीद नहीं है बल्कि सूरज और तेज हो सकता है।
बाड़मेर में 56 साल बाद अप्रैल के पहले सप्ताह में इतना अधिक तापमान दर्ज हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, 1969 के बाद पहली बार पारा 45.6°C तक पहुंचा है, जो सामान्य से 6.8 डिग्री अधिक है। इससे पहले ऐसा तापमान 3 अप्रैल 1998 को देखा गया था, जब 45.2°C दर्ज हुआ था।
राज्य के 22 से ज्यादा शहरों में तापमान 40 डिग्री पार कर चुका है। खासकर पश्चिमी राजस्थान, यानी बाड़मेर, जैसलमेर और बीकानेर में भीषण गर्मी से जनजीवन प्रभावित हो रहा है। धूप इतनी तेज है कि दोपहर में सड़कें सुनसान नज़र आ रही हैं, और लोग जरूरी कामों को छोड़कर घरों में रहने को मजबूर हैं।
मौसम विभाग का कहना है कि 7 से 9 अप्रैल के बीच लू का असर और ज्यादा महसूस किया जाएगा। बीकानेर, जोधपुर, कोटा, जयपुर और उदयपुर जैसे शहरों में गर्म हवा की तीव्रता और बढ़ने की आशंका जताई गई है। खासकर जोधपुर और कोटा में कहीं-कहीं तीव्र हीटवेव दर्ज हो सकती है।
हालांकि, राहत की एक हल्की उम्मीद भी है। 10 और 11 अप्रैल को एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने जा रहा है, जिसके चलते उत्तरी और पश्चिमी राजस्थान में हल्की बारिश हो सकती है। इससे तापमान में थोड़ी गिरावट आने की संभावना है।
गर्मी का यह दौर भले ही असहनीय लग रहा हो, लेकिन मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो यह अब धीरे-धीरे सामान्य बनता जा रहा है। फिर भी यह याद दिलाता है कि जलवायु परिवर्तन अब सिर्फ किताबों की बात नहीं रही—यह हमारे आस-पास घट रहा है, और हमें इसके लिए सजग रहने की ज़रूरत है।