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6 लाख में बिका सिस्टम, वर्दी में छिपे नकली काबिल! राजस्थान पेपर लीक में कांग्रेस नेता की काली साजिश

Rajasthan Paper Leak Scam: राजस्थान की 2022 वन रक्षक भर्ती परीक्षा में हुए पेपर लीक घोटाले में एसओजी ने दो और अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया है। इन अभ्यर्थियों को कांग्रेस नेता एन डी सारण और मुख्य आरोपी हीराराम ने 6 लाख रुपये में पेपर पढ़ाया था। अभ्यर्थियों को इनोवा गाड़ी में उदयपुर ले जाया गया, जहां ड्राइवर के जरिए मोबाइल पर भेजा गया सॉल्व पेपर प्रिंटर से निकालकर उन्हें दिया गया। 

6 लाख में बिका सिस्टम, वर्दी में छिपे नकली काबिल! राजस्थान पेपर लीक में कांग्रेस नेता की काली साजिश

राजस्थान में प्रतियोगी परीक्षाओं को लेकर भरोसे का संकट गहराता जा रहा है। एक के बाद एक खुलासे इस बात की गवाही दे रहे हैं कि कैसे योग्यताएं पैसों की बोली में बिक रही हैं। 2022 में आयोजित वन रक्षक भर्ती परीक्षा में पेपर लीक का मामला अब और गंभीर हो गया है। रविवार को इस कड़ी में दो और आरोपियों की गिरफ्तारी ने साबित कर दिया कि यह सिर्फ परीक्षा नहीं, एक योजनाबद्ध रैकेट था।

एसओजी की ताबड़तोड़ कार्रवाई में सामने आया कि 6-6 लाख रुपये लेकर उम्मीदवारों को परीक्षा से पहले पेपर पढ़ाया गया था। यह सौदा मुख्य आरोपी हीराराम उर्फ हरीश सारण और कांग्रेस नेता एन डी सारण की देखरेख में हुआ। इन उम्मीदवारों को एक इनोवा गाड़ी में बैठाकर उदयपुर भेजा गया, जहां मोबाइल पर भेजा गया सॉल्व पेपर गाड़ी में लगे प्रिंटर से निकालकर उन्हें पढ़ाया गया।

इनोवा बनी क्लासरूम, ड्राइवर बना माध्यम
पेपर लीक की साजिश इतनी बारीकी से रची गई थी कि किसी को भनक तक नहीं लगी। एन डी सारण ने अपने ड्राइवर कवराराम के जरिए इनोवा गाड़ी में सॉल्व पेपर पहुंचाया। ये गाड़ी अब किसी ट्रैवल कंपनी की नहीं, बल्कि एक चलता-फिरता कोचिंग सेंटर बन चुकी थी। वहां बैठे अभ्यर्थी जानते थे कि इस शॉर्टकट के बदले उन्हें सेलेक्शन के बाद मोटी रकम देनी है।

जब सपनों की कीमत पैसे से तौली गई
गिरफ्तार हुई दो महिला वन रक्षक – सीमा कुमारी और टिनो कुमारी – अब हिरासत में हैं। एसओजी की पूछताछ में दोनों की भूमिका स्पष्ट हो चुकी है। कभी इन वर्दियों को पहनने का सपना देखने वाली ये महिलाएं अब सलाखों के पीछे हैं। उनके परिवारों के लिए ये एक भावनात्मक झटका है, और समाज के लिए एक चेतावनी।

एसओजी अब इस पूरे नेटवर्क से जुड़े और लोगों की तलाश कर रही है। कांग्रेस नेता नरेश देव सारण पहले ही गिरफ्तार हो चुका है, और बाकी पर शिकंजा कसना बाकी है। यह मामला केवल कानून का उल्लंघन नहीं, युवाओं के सपनों की भी हत्या है।