राजस्थान में गरीबी पर सीधा वार, CM भजनलाल शर्मा का ऐलान—पहले चरण में 5000 गांव होंगे 'गरीबी मुक्त'
Garibi Mukt Gaoin Yojana 2025: राजस्थान CM भजनलाल शर्मा ने भरतपुर से 'गरीबी मुक्त गांव योजना' का किया शुभारंभ, पहले चरण में 5000 गांवों को मिलेगा लाभ, 300 करोड़ का प्रावधान।

राजस्थान दिवस के अवसर पर भरतपुर की पवित्र भूमि से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने एक ऐसे अभियान का आगाज़ किया, जो राज्य के लाखों परिवारों की तकदीर बदलने का वादा करता है। उन्होंने मंच से ऐलान किया कि 'पंडित दीनदयाल उपाध्याय गरीबी मुक्त गांव योजना' के तहत पहले चरण में 5000 गांवों के BPL परिवारों को गरीबी रेखा से ऊपर उठाया जाएगा। इस ऐतिहासिक योजना के लिए सरकार ने 300 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राजस्थान ने 'गरीबी मुक्त भारत' के सपने को अपनी दिशा बना लिया है। उन्होंने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय सिद्धांत को आत्मसात करते हुए समाज के अंतिम व्यक्ति तक लाभ पहुंचाने की प्रतिबद्धता दोहराई।
इस मौके पर CM शर्मा ने डीबीटी के जरिए 92,000 निर्माण श्रमिकों को 100 करोड़ रुपये सीधे उनके खातों में ट्रांसफर किए। उन्होंने बताया कि सरकार ने स्वामित्व योजना के तहत 20 हजार भूमि पट्टे वितरित किए, जबकि 311 लाभार्थियों को डेयरी बूथ और मिट्टी के कलाकारों को इलेक्ट्रिक पॉटर व्हील्स भी सौंपे गए।
उनकी नजरें सिर्फ आर्थिक सहायता तक सीमित नहीं रहीं। मुख्यमंत्री ने गुरु गोलवलकर अश्वनीत ब्लॉक विकास योजना, प्रधानमंत्री सूर्य गृह योजना, जिसमें 150 यूनिट तक मुफ्त बिजली, और दिव्यांग व्यक्तियों के लिए समान अवसर नीति 2025 जैसी कई नीतियों की भी रूपरेखा प्रस्तुत की।
मुख्यमंत्री का कहना था कि समाज की असली ताकत गांवों में बसती है। गरीब, युवा, किसान और महिलाएं हमारे भविष्य की नींव हैं। हमें उन्हें सिर्फ योजना का लाभार्थी नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर नागरिक बनाना है। उन्होंने आश्वासन दिया कि अंत्योदय की यह ज्योति ब्रज की धरती से शुरू होकर राजस्थान के हर कोने तक पहुंचेगी।