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नाक से अलगोजा बजाने वाले रामनाथ चौधरी, राजस्थान का 'हिडन टैलेंट', बिल क्लिंटन से लेकर देश के तमाम नेता हैं फैन!

सोशल मीडिया पर अक्सर एक वीडियो वायरल होता है। जिसमें एक व्यक्ति नाक से अलगोजा बजा रहा होता है। जिसके बाद गूगल पर उनको सर्च किया जाता है। तो चलिए आज हम आपको उस महान कलाकार के बारे में बताते हैं।

नाक से अलगोजा बजाने वाले रामनाथ चौधरी, राजस्थान का 'हिडन टैलेंट', बिल क्लिंटन से लेकर देश के तमाम नेता हैं फैन!

राजस्थान को आज भी सांस्कृतिक धरोवर सहजने के लिए जाना जाता है। इसका प्रमुख कारण राजस्थान के कलाकार हैं, जिन्होंने मॉडर्न दौर को अपने पुरातन यंत्रों पर हावी नहीं होने दिया। संगीत के तमाम यंत्रों में अलगोजा भी आता है और जब अलगोजा का जिक्र हो, तो राजस्थान के रामनाथ चौधरी का जिक्र भी होता है। जो इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड में नाक से अलगोजा बजाने के लिए नाम दर्ज करा चुके हैं और इसी यंत्र को बजाने की कला के लिए तमाम देश भी जा चुके हैं।

कौन हैं नाक से अलगोजा बजाने वाले ये महान कलाकार

सोशल मीडिया पर अक्सर एक वीडियो वायरल होता है। जिसमें एक व्यक्ति नाक से अलगोजा बजा रहा होता है। जिसके बाद गूगल पर उनको सर्च किया जाता है। तो चलिए आज हम आपको उस महान कलाकार के बारे में बताते हैं। इनका नाम रामनाथ चौधरी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इनका जन्म राजधानी जयपुर के बाड़ा पदमपुरा गांव में साल 1950 में जाट परिवार में हुआ। रामनाथ चौधरी ने आठ साल की उम्र में गांव में ही अलगोजा बजाना सीखा। वो करीब 66 साल से अलगोजा बजा रहे हैं और नाक से अलगोजा बजाने वाले दुनिया के एकमात्र कलाकार है।

दो घंटे रोज करते हैं रियाज

राजस्थान के 74 साल के रामनाथ चौधरी को नाक से अलगोजा बजाने और अपनी मूछों के लिए जाना जाता है। जानकारी के मुताबिक, इस कला में महारत हासिल करने के बाद भी वो रोज दो घंटे तक रियाज़ करते हैं। अद्भुत कला के धनी रामनाथ चौधरी अलगोजा से अलग-अलग धुन निकालते हैं। वो अपनी सुरीली धुन गाकर तेजाजी महाराज, भैरुजी, माताजी और डिग्गी कल्याण की कहानियां भी गाकर सुनाते है। इनकी इस अनूठी कला को देखकर हर कोई मंत्रमुग्ध हो जाता है।

नाक से क्यों बजाते हैं अलगोजा

लोगों के जहन में ये सवाल अक्सर आता है कि आखिर वो नाक से अलगोजा क्यों बजाते हैं। तो मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के मुताबिक, रामनाथ चौधरी का कहना है कि आठ की उम्र में जब वो पहली बार अलगोजा बजा रहे थे। तब अलगोजा मुंह की जगह नाक के पास चला गया। नाक से सांस खींचते ही अलगोजा बज गया। इसके बाद नाक से अलगोजा बजाना शुरू कर दिया। हालांकि, ये सब आसान नहीं था। रोज रियाज के कारण धीरे-धीरे अलगोजा बजाने में पारंगत हासिल कर ली। 

तमाम नेता हैं फैन, बिल क्लिंटन साथ ले गए थे अमेरिका

रामनाथ चौधरी को सिर्फ राजस्थान में ही नहीं जाना जाता है। जानकारी के मुताबिक, अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन साल 2000 में रामनाथ चौधरी की मूंछे व नाक से अलगोजा बजाने की कला से प्रसन्न होकर अपने साथ अमेरिका ले गए थे। उन्होंने कई देशों की यात्रा की है। जहां पर रामनाथ चौधरी ने राजस्थान की कला व संस्कृति का प्रचार-प्रसार किया है। वो अमेरिका के साथ ही जर्मनी, दुबई, ऑस्ट्रेलिया, जापान सहित एक दर्जन से अधिक देशों में प्रदर्शन कर चुके हैं। इसी के साथ ही उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट सहित कई राजनैतिक दलों के नेता इनकी तारीफ कर चुके है।